
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगया. उन्होंने खेतीबाड़ी को व्यवसाय बनाने और किसानों की वाजिब शिकायतों का जवाब गोलियों से देने का आरोप लगाया.
येचुरी ने मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन को लेकर शनिवार को फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, जरूरी बात यह है कि हम किसानों को उनके श्रम और उत्पाद की पर्याप्त कीमत नहीं दे रहे. भाजपा इसके स्थान पर उनकी शिकायतों का जवाब गोलियों से दे रही है.
बता दें कि मध्यप्रदेश में किसान ऋण माफी और फसल की वाजिब कीमत की मांग को लेकर आंदोलन कर रहै है. इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो चुकी है.
खेतीबाड़ी एक घाटे वाला पेशा बन गया है
उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कम है और मोदी सरकार ने राज्य स्तरीय बोनस बंद कर दिया है. बाजार मूल्य से कम एमएसपी के कारण खेतीबाड़ी एक घाटे वाला पेशा बन गया है. साथ ही येचुरी ने कहा कि किसानों की ऋण माफी एक अस्थायी उपाय है. केंद्र सरकार को एमएसपी बढ़ाना चाहिए और साथ ही राज्यों को बोनस की घोषणा करने की अनुमति देनी चाहिए. साथ ही सरकार को कृषि उत्पादों की खरीद करनी चाहिए.
किसान जब उत्पादन बढ़ा रहे हैं, ऐसे में सरकार को व्यापारियों के लिए कीमत कम रखने के लिए सस्ते आयात की अनुमति नहीं देनी चाहिए. ये एक किसान विरोधी कदम है. महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा और तमिलनाडु के किसानों ने भी बेहतर मूल्य और ऋण माफी की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने की धमकी दी है.