
'नोटबंदी का नफा नुकसान' सेशन में सीपीआई (M) के जेनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने सीधे नोटंबदी पर सवाल उठाया. इस सेशन को राजदीप सरदेसाई ने संचालित किया.
सीताराम ने कहा कि नोटबंदी से केवल देश को परेशानी हुई और इससे जनता को कुछ नहीं मिलने वाला है. नोटबंदी से लोग अभी तक नहीं उबर पाए हैं.
येचुरी ने कहा कि बड़े-बड़े कारोबारी के साथ-साथ छोटे व्यापारी भी नोटबंदी के बाद बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इससे देश में बेरोजगारी बढ़ी है.
येचुरी ने नोटबंदी की तुलना इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुए नसबंदी से की. उन्होंने कहा कि जो परिणाम इंदिरा सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ा था, उसी तरह मोदी सरकार को भी इसका खामियाजा 2019 के आम चुनावों में उठाना पड़ेगा.