
स्कूलों में छात्र-छात्राओं के साथ टीचरों का कैसा व्यवहार हो, इसको लेकर सरकार कई सख्त नियम बना चुकी है, लेकिन देश के कई स्कूल टीचरों पर आज भी तालिबानी हुकूमत का रंग चढ़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है.
बजरिया इलाके में रहने वाली पुष्पा (बदला हुआ नाम) की बेटी पूर्णा देवी खन्ना इंटर कॉलेज में छठी क्लास में पढ़ती थी. शुक्रवार को वो स्कूल में मोबाइल फोन लेकर चली गई. गेम टीचर रमाकांति ने उसके बैग की तलाशी ली, लेकिन मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ.
पुष्पा ने आरोप लगाया है कि तलाशी के दौरान उसकी बेटी को निर्वस्त्र कर दिया गया, जिससे वो इतना शर्मिंदा हो गई कि घर आने के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. जब मीडिया ने स्कूल की प्रिंसिपल से इस बारे में सवाल किया तो उसने कहा कि आपके कैमरे में उस लड़की की निर्वस्त्र फोटो है क्या? प्रिंसिपल ने कहा कि लड़की को निर्वस्त्र नहीं किया गया था, बस उसका मोबाइल फोन जमा किया गया था.
प्रिंसिपल के मुताबिक, 'पता चला था कि एक लड़की मोबाइल लाई थी. बच्चे मोबाइल का गलत इस्तेमाल करते हैं इसलिए कॉलेज की तरफ से नियम बने हैं कि कोई भी लड़की मोबाइल लेकर नहीं आएगी और अगर लाएगी तो उसका मोबाइल जमा कर लिया जाएगा. कल (शुक्रवार) भी यही हुआ. इससे ज्यादा कुछ नहीं हुआ. किसी ने उसकी अभद्र तरीके से तलाशी नहीं ली.'
पीड़ित लड़की के परिवारवालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.