Advertisement

अगर कहीं भी स्मार्टफोन चार्जिंग में लगा देते हैं तो प्राइवेट फोटोज हो सकती हैं लीक

अगर आपका स्मार्टफोन बंद हो जाने के बाद आप कहीं भी इसे चार्जिंग में लगा देते हैं तो सावधान बड़े खतरे में पड़ सकते हैं आप.

पब्लिक प्लेसेस पर स्मार्टफोन चार्जिंग में लगाने पर हो सकता है हैक पब्लिक प्लेसेस पर स्मार्टफोन चार्जिंग में लगाने पर हो सकता है हैक
साकेत सिंह बघेल
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST

अगर आप किसी जरुरी कॉल में हैं या कोई जरुरी टेक्स्ट सेंड कर रहे हों और इतने में अचानक आपके स्मार्टफोन की बैटरी खत्म हो जाए. ऐसे में आपको अगर कहीं भी आसपास चार्जर नजर आ जाए तो आप फट से जाकर अपने स्मार्टफोन को चार्जिंग में लगा देते हैं. लेकिन हो सकता है आपको भनक भी न लगे और आपके स्मार्टफोन का सारा डेटा फोन को हैक्ड चार्जिंग सॉकेट में लगाते ही लीक हो जाए.

Advertisement

Jio ने वैलेंटाइन के मौके पर इन टेलीकॉम कंपनियों को दिया ये तोहफा!

सिक्योरिटी फर्म Authentic8 के मुताबिक, जैसे ही आप अपना स्मार्टफोन किसी भी चार्जिंग सॉकेट से कनेक्ट करते हैं जो हैक्ड है तो आपका स्मार्टफोन भी इन्फेक्टेड हो सकता है और आपके स्मार्टफोन का सारा डेटा लीक हो सकता है.

लॉन्च से पहले नजर आई Skoda की लिमिटेड एडिशन Octavia

पब्लिक चार्जिंग स्टेशन और पब्लिक wi-fi एक्सेस पॉइंट्स एयरपोर्ट, प्लेन, कॉन्फ्रेंस सेंटर और पार्क जैसी जगहों पर आसानी से मौजूद होती है. ताकि लोगों को उनके स्मार्टफोन का एक्सेस और डेटा मिलता रहे. पर ऐसे किसी अनजान पोर्ट से अपने फोन को कनेक्ट करना खतरे को बुलावा देना है.

Porsche ने भारत में लॉन्च किया 718 Cayman और 718 Boxster, 81.63 लाख रुपये से शुरू

सिक्योरिटी फर्म के मुताबिक ऐसा इसलिए होता है जिस कॉर्ड को आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए इस्तेमाल करते हैं वही कॉर्ड फोन से डेटा दूसरे डिवाइसेस में भेजने के भी काम आता है. जैसे जिस कॉर्ड का उपयोग कर आप स्मार्टफोन को कम्प्यूटर से कनेक्ट कर चार्ज करते हैं उसी से उस कम्प्यूटर में डेटा भी भेजते हैं. उसी तरह हैकर्स भी आपके स्मार्टफोन के चार्जिंग में लगते ही आपकी सारी जानकारी आप से चुरा लेते हैं.

Advertisement

अब आपके स्मार्टफोन पर भी आ सकता है गूगल के महंगे स्मार्टफोन वाला ये फीचर

वो किस हद तक आपकी जानकारी आपसे चुरा के आपको खतरा पहुंचा सकते हैं इसकी कोई सीमा नहीं है. जिसमें आपके ई-मेल्स, टेक्स्ट मैसेजेस, फोटोज और कॉन्टैक्ट्स हो सकते हैं. ये 'juice Jacking'कहलाता है. इस टर्म को रिसर्चर्स ने 2011 में खोजा था. पिछले साल इन्होंने एक और टर्म video Jacking भी खोजा था. जिसमें हैकर्स हैक्ड पोर्ट का उपयोग कर फोन के वीडियो डिस्प्ले को हैक कर लेते हैं जिससे आप जो भी टाइप करेंगे या देखेंगे वो सब रिकॉर्ड होता जाएगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement