Advertisement

कौन है ये सोशल मीडिया वाले मिश्रा जी, जिनका वीडियो हो रहा है वायरल

पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया के जरिये 'बनारस वाले मिश्रा जी' सुर्खियों में हैं. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से आने वाले मिश्राजी के बारे में हर कोई जानना चाहता है कि वे कौन हैं और आखिर क्यों भारतीय जनता पार्टी की सरकारों खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आग उगलते रहते हैं? तो आपको बता दें कि दरअसल 'बनारस वाले मिश्रा जी' का पूरा नाम हरीश मिश्रा है और वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं.

हरीश म‍िश्रा (Photo: Facebook) हरीश म‍िश्रा (Photo: Facebook)
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 09 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

  • बनारस वाले मिश्रा जी का क्या है सियासी कनेक्शन
  • क्यों उगलते रहते हैं पीएम- सीएम के खिलाफ आग

पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया के जरिये 'बनारस वाले मिश्रा जी' सुर्खियों में हैं. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से आने वाले मिश्राजी के बारे में हर कोई जानना चाहता है कि वे कौन हैं और आखिर क्यों भारतीय जनता पार्टी की सरकारों खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आग उगलते रहते हैं? तो आपको बता दें कि दरअसल 'बनारस वाले मिश्रा जी' का पूरा नाम हरीश मिश्रा है और वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं.

Advertisement

हरीश मिश्रा की बातें ऐसी होती हैं मानो वे हिंदुत्ववादी, अतिवादी नेता हों और गाहे- बगाहे किसी अनजान चैनल के रिपोर्टर को नसीहत देते नजर आते हैं. पिछले कई दिनों में उनके सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिसमें वो कहीं चैनल के रिपोर्टर को धमकाते दिखते हैं तो कहीं नसीहत देते हैं और ये सब समकालीन विषयों पर उनकी बाइट होती है. हरीश दरअसल कांग्रेस के नेता हैं, लेकिन उनका वीडियो बीजेपी के नेता के तौर पर वायरल होता है.

आजतक से बातचीत में हरीश मिश्रा ने बताया कि वे यूपी यूथ कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं और उनका जो भी बयान आता है, वह सरकार के ऊपर तंज रहता है. वह सरकार की नीति और विचारों पर प्रहार रहता है, जिससे सरकार तक उनकी बात पहुंचे और सरकार कोई हल निकाले. उन्होंने कहा कि विरोध- प्रदर्शन, धरना, चक्का जाम और सरकारी संपत्तियों को नष्ट करने से अच्छा है कि शब्दों से ही प्रहार किया जाए और सरकार अपने दायित्व का निर्वहन करे.

Advertisement

उन्होंने बताया कि उनकी उम्र 35 वर्ष है और उन्होंने राजनीति विज्ञान से बीए और फिर एमए की पढ़ाई वाराणसी के ही महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय से पूरी की है. हरीश बताते हैं कि छात्र राजनीति से लेकर अभी तक, सियासत में कुल 15 वर्षों से सक्रिय हैं. जब वे कांग्रेस पार्टी में नहीं थे, उसके खिलाफ भी आवाज उठाई थी. साल 2016 में उन्हें वाराणसी में कांग्रेस सेवा दल का अध्यक्ष बनाया गया. दो साल बाद पद से इस्तीफा देकर शिवपाल यादव से जुड़े, लेकिन कांग्रेस से नाता नहीं तोड़ा.

उन्होंने बताया कि यूथ कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया. उनकी दुश्मनी बीजेपी से नहीं है, वे बीजेपी की गलत नीतियों के खिलाफ प्रहार करके सरकार को चेतना में लाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने अपने वायरल वीडियो के बारे में बताया कि पूछे गए सवालों का व्यंग्यात्मक जवाब देता रहा हूं. दंगा और हिंसा के मुद्दे पर जब तक बीजेपी की सरकार जाग नहीं जाती, तब तक वे अपने व्यंग्य और विचारों से बीजेपी के निरंकुश शासन पर प्रहार करते रहेंगे. हरीश ने कहा कि इसके लिए जो भी सजा मिलेगी, वह उन्हें स्वीकार है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement