
देश की राजधानी कोहरे का असर जरूर देखने के लिए मिल रहा है, लेकिन इन कोहरे के बीच जो नहीं दिख रहा वो है जानलेवा प्रदूषण. दिल्ली के कई हिस्सों की हवा में पीएम 10 की मात्रा 300 से ज्यादा बनी हुई है, जिसका सीधा असर लोगों की सेहत पर हो रहा है. अब सवाल ये उठता कि दिल्ली सरकार प्रदूषण से कैसे निपटेगी? इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए आज तक ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से बातचीत की.
प्रदूषण के सवाल पर सत्येंद्र जैन तुरंत एलजी पर हमलावर हो गए. जैन के मुताबिक प्रदूषण को लेकर जो फैसले किए गए थे, उन्हें सख्ती से लागू किया जा रहा है. सड़कों के ऊपर पानी का छिड़काव और मिट्टी साफ की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने वेक्यूम क्लीनिंग के लिए कहा लेकिन 3 महीने बाद एलजी ने आपत्ति लगाकर फाइल वापिस भेज दी. आपत्ति ये है कि सड़कों पर पार्किंग होती है, जिसके हटने पर सफाई होगी. उन्हें लगता है इससे एमसीडी का नुकसान होगा. क्या सड़कें चलने के लिए नहीं हैं पार्किंग के लिए हैं?
दूसरे सवाल पर भी सत्येंद्र जैन प्रदूषण से निपटने का उपाय नहीं बता पाए. जैन ने एलजी आरोप लगाया कि एलजी दफ्तर में 3 महीने से फाइल अटकी हुई है. अधिकारियों को बोला गया है कि काम करोगे तो ट्रांसफर कर दिया जाएगा. जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के ऊपर कोई नहीं, लेकिन पहली बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को घुमाया जा रहा है.
दिल्ली सरकार का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के बढ़ने पर नियम लागू करने की जो गाइडलाइन दी है उसे तुरंत लागू किया जाएगा. हालांकि हर बार की तरह इस बार भी ऑड ईवन के सवाल पर सत्येंद्र जैन यही जवाब देते नजर आए कि ऑड ईवन की तैयारी चल रही है और लगातार मीटिंग हो रही हैं, जरूरत पड़ने पर लागू किया जाएगा.