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EXCLUSIVE: मार्ग्रेट अल्वा का आरोप- कांग्रेस पर सोनिया का कब्जा, मनमाने ढंग से लेती हैं फैसले

कांग्रेस की पूर्व दिग्गज नेता मार्ग्रेट अल्वा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पार्टी में मनमाने ढंग से फैसले लेती हैं.

मार्ग्रेट अल्वा मार्ग्रेट अल्वा
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 11:16 AM IST

कांग्रेस की पूर्व दिग्गज नेता मार्ग्रेट अल्वा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पार्टी में मनमाने ढंग से फैसले लेती हैं.

सोनिया पर गंभीर आरोप
अल्वा ने आरोप लगाया कि जब केंद्र मनमोहन सिंह की सरकार थी तो मनमोहन सिंह ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल करना चाहते थे, लेकिन सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को ऐसा करने से रोक दिया. हर फैसले को खुद मनमाने ढंग से सोनिया गांधी लेती थीं.

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'पार्टी में कुछ नेता करते हैं मनमानी'
'इंडिया टुडे' से खास बातचीत में मार्ग्रेट अल्वा ने कहा कि कांग्रेस में फैसला लेने का काम केवल एक चेहरे तक केंद्रित हो गया है. उन्होंने सोनिया गांधी के साथ-साथ कई कांग्रेसी नेताओं पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कुछ ऐसे लोग हैं जो अपनी मनमानी करते हैं और दूसरे की बात तक नहीं सुनते.

सच बोलने पर पार्टी में होती है कार्रवाई
अल्वा ने कहा कि जब उन्होंने साल 2008 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट की खरीद-फरोख्त का मामला उठाया तो उन्हें ही पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया. अल्वा ने कहा, 'पार्टी को शिकायतें नहीं सुनना काफी भारी पड़ा और चुनाव में हार हुई, जिससे पहली बार कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी'.

किताब के जरिए भी सोनिया पर निशाना
उसके बाद एक किताब के जरिए मार्ग्रेट अल्वा ने सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के बीच अनबन की बातें सार्वजनिक की. इसके अलावा किताब में वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के पिता का गांधी परिवार से कथित नजदीकियों के बारे में भी खुलासा किया गया.

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हालांकि दो हफ्ते पहले ही अल्वा को कांग्रेस के एक पैनल में शामिल किया गया है जो कि कर्नाटक सरकार और पार्टी के बीच तालमेल को बेहतर बनाने के लिए गठित किया गया है.

गौरतलब है कि मार्ग्रेट अल्वा दो राज्यों की राज्पाल भी रह चुकी हैं. अल्वा 6 अगस्त 2009 से 14 मई 2012 तक उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं और फिर साल 2012 में वे राजस्थान की राज्यपाल बनाई गई थीं.

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