
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भारत में महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि भारत में महिलाएं प्रधानमंत्री बनीं, राष्ट्रपति बनीं और लोकसभा स्पीकर भी बनीं लेकिन अभी भी महिलाओं के साथ होने वाला भेदभाव जारी है.
सोनिया ने कहा कि गांवों रहने वाली SC, ST महिलाएं अभी भी अपने अधिकारों से वंचित हैं. सोनिया ने कहा कि अपने पुरुष साथियों के साथ मिलकर इस भेदभाव को खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान महिलाओं को पंचायत राज में रिजर्वेशन देने की पहली की.
सोनिया गांधी ने कहा कि भारत में परंपरा के नाम पर लड़कियों और लड़कों के बीच भेदभाव किया जाता है. सोनिया के मुताबिक लड़कियों को शिक्षा का अधिकार मिलना बेहद जरूरी है.
सोनिया ने लोकसभा में कहा कि भारत के इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई. सोनिया ने कहा कि कांग्रेस को इस बात पर गर्व है कि देश की पहली और अब तक की इकलौती महिला प्रधानमंत्री उनकी पार्टी से थी.