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देर सवेर ही सही, भारत वार्ताओं के लिए प्रस्तावों पर ध्यान देगा: शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि देर सवेर ही सही, भारत को उनके 'व्यवहारिक और तर्कसंगत' सुझावों पर गौर करना ही होगा जिनमें सभी महत्वपूर्ण मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान करने का आह्वान किया गया है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • लंदन,
  • 04 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 8:47 AM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि देर सवेर ही सही, भारत को उनके 'व्यवहारिक और तर्कसंगत' सुझावों पर गौर करना ही होगा जिनमें सभी महत्वपूर्ण मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान करने का आह्वान किया गया है.

नवाज शरीफ का आरोप, 'पाक में आतंकी घटनाओं में भारत शामिल'
शरीफ ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान में आतंकवाद संबंधी घटनाओं में भारत की मिलिभगत गंभीर मुद्दा है और उनकी सरकार के पास इस संबंध में 'पुख्ता सबूत' हैं जो न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान दुनिया के साथ साझा किए गए.

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पाकिस्तान के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर रोके भारत: शरीफ
नवाज शरीफ ने कहा 'पाकिस्तान के खिलाफ छद्म युद्ध रोका जाना चाहिए क्योंकि इससे किसी का मकसद पूरा नहीं होगा और कोई अच्छा रास्ता नहीं निकलेगा.' संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करने के बाद नवाज शरीफ लंदन आए थे जहां उन्होंने ये बात कही.

70 साल पुरानी दुश्मनी ढोना फायदेमंद नहीं: शरीफ
जियो न्यूज की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में भारत को आगे बढ़ने के लिए केवल 'तर्कसंगत और व्यवहारिक सुझाव' दिए. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को सभी मुद्दों के संबंध में एक संतुलित रुख अपनाने की जरूरत है क्योंकि करीब 70 साल पहले से भी चली आ रही दुश्मनी से कोई फायदा होने वाला नहीं है.

UN में पाक ने भारत को दिया चार सूत्री 'शांति पहल' प्रस्ताव
नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में बुधवार को भारत के साथ चार सूत्रीय 'शांति पहल' का प्रस्ताव दिया था जिसमें कश्मीर का विसैन्यीकरण और सियाचिन से बलों की 'बिना शर्त और परस्पर वापसी' शामिल था.

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत पाक संबंधों पर शरीफ की टिप्पणियों के जवाब में भारत ने कहा था कि उनके ओर से प्रस्तावित चार सूत्रीय शांति पहल के बजाय पाकिस्तान को आतंकवाद छोड़कर बातचीत करने के एक सूत्र का पालन करना चाहिए. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि बातचीत और आतंकवाद साथ साथ नहीं चल सकते.

भाषा से इनपुट

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