
किसी कप्तान के लिए विदेशी धरती पर सीरीज पर कब्जा करना बड़ी बात होती है. इतना ही नहीं उस दौरान के वाकये हमेशा याद रहते हैं. ऐसा ही कुछ सौरव गांगुली के साथ हुआ. 2004 में गांगुली की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया था. इस दौरान टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज और वनडे सीरीज में अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए पाकिस्तान को धूल चटाई थी. लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते गांगली उस जीत का जश्न नहीं मना पाए थे.
डेक्कन क्रॉनिकल के मुताबिक सौरव ने कोलकाता में उस वाकये को याद करते हुए कहा, ‘कड़ी सुरक्षा की वजह से हमलोग उस जीत को सेलीब्रेट भी नहीं कर पाए. मैं होटल के पिछले दरवाजे से बाहर निकला और अपने दोस्तों के साथ बाजार में कबाब खाने पहुंच गया. तभी राजदीप सरदेसाई (वरिष्ठ पत्रकार) की नजर मुझ पर पड़ी. उन्होंने मुझे दूर से ही पहचान लिया और कहा- भारत के कप्तान पाकिस्तान के फूड स्ट्रीट में अपने दोस्तों के साथ ये क्या कर रहे हैं..?'
गांगुली ने कहा,'मैं समझ गया कि मेरे डिनर का मजा किरकिरा हो चुका है. एक मिनट के भीतर ही मेरे पास इंटेलिजेंस का फोन आया और मुझे तुरंत होटल लौटना पड़ा. चूंकि मैं कप्तान के तौर पर सीरीज जीत चुका था, इसलिए मुझे किसी ने डांटा नहीं... लेकिन दूसरी ही सुबह मेरे पास पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को फोन आया. उन्होंने मुझसे कहा. 'अगली बार जब आप ऐसे बाहर गए और यदि कुछ अनहोनी हो गई, तो दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ जाएगा’.