
पिछले साल न्यूजीलैंड के साथ खेला गया पहला डे-नाइट पिंक बॉल टेस्ट मैच तीन दिनों तक चला और सर्वाधिक दर्शकों की मौजूदगी की वजह से 2015-16 की गर्मियों का सबसे सफल टेस्ट मैच था. इस मैच की सफलता से उत्साहित ऑस्ट्रेलिया इस साल के आखिर में फिर से एक और टेस्ट मैच दूधिया रोशनी में खेलना चाहता है लेकिन यहां का दौरा करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम कुकाबुरा पिंक बॉल से डे-नाइट टेस्ट नहीं खेलना चाहते. इसके साथ ही एडिलेड में होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच का भविष्य अधर में लटक गया है.
दक्षिण अफ्रीका को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैच खेलने हैं. इनमें से पहले दो टेस्ट पर्थ और होबार्ट में होंगे जबकि तीसरा मैच एडिलेड में खेला जाएगा. इसके बाद पाकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी और ब्रिस्बेन, मेलबर्न, सिडनी में तीन टेस्ट मैच खेलेगी. इनमें से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट और पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट डे-नाइट हो सकता है. पाकिस्तान डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार है लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने इस पर आशंकाएं जताई हैं.
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर्स संघ के मुख्य कार्यकारी टोनी आइरिश ने कहा कि उनके खिलाड़ी पिंक बॉल से डे-नाइट टेस्ट खेलने के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी इन परिस्थितियों में खेलने के पक्ष में नहीं हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि हमारे किसी भी खिलाड़ी को इस तरह के मैच में खेलने का अनुभव नहीं है. खिलाड़ियों के मना करने का मतलब है कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज को कितना महत्व देते हैं.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के पास अब तक पिंक बॉल से कोई भी मैच खेलने का अनुभव नहीं है जबकि ऑस्ट्रेलिया उस पहले टेस्ट मैच के साथ ही शेफील्ड शील्ड क्रिकेट में भी डे-नाइट मैच पिंक बॉल से खेल रहा है.