
दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बेजल ने रविवार को राज निवास पर साउथ दिल्ली नगर निगम की नई कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई. एसडीएमसी की ये एक नई पहल है. इन गाड़ियों में अब गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग जमा हो सकेगा.
गीला और सूखा कूड़ा होगा अलग
साउथ एमसीडी की नई योजना के तहत अब गीले और सूखे कूड़े को अलग करके अलग रंगों के डस्टबिन में डाला जाएगा. लोगों को जागरूक करने के लिए इस अभियान को डोर टू डोर ले जाया जाएगा. दिल्ली में सफाई
को लेकर हमेशा से ही सवाल उठते रहें हैं, 400 शहरों की स्वच्छ शहर की सूची में भी दिल्ली का 200वां नंबर है. ऐसे में दिल्ली को स्वच्छ बनाने की जरूरत भी है. दिल्ली के उप राज्यपाल ने कहा कि सभी की
जिम्मेदारी है कि आप दिल्ली को स्वच्छ बनाएं. उन्होंने कहा कि निगम बहुत अच्छा काम कर रहा है, मुझे विश्वास है कि स्थिति जल्द ही बदलेगी.
पिछले 2 वर्षों से निगम कर रहा था काम
पिछले 2 वर्षों से एसडीएमसी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था. एसडीएमसी की इस पहल से मेअर कमलजीत सहरावत भी काफी खुश हैं. उन्होंने उप राज्यपाल को शुक्रिया भी कहा है. उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि ये
सफल होगा. अब गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग गाड़ियां उठाएंगी.
मध्य प्रदेश में भी इस तरह का सिस्टम
जिस तरह कि मुहिम दिल्ली में एमसीडी ने शुरू की है. ऐसी ही मुहिम मध्य प्रदेश में पिछले दो सालों से चल रही है. यानी निगम की गाड़ियां गीला औप सूखा कूड़ा अलग-अलग जमा करती है. शायद इसी कारण मध्य
प्रदेश के 22 शहर स्वच्छ शहर के 100 शहरों में शामिल हैं.
कम होगा लैंडफिल साइट से कूड़ा
निगम की इस योजना से लैंडफिल साइटों से कूड़ा कम करने में भी मदद मिलेगी क्योंकि वहां पहुंचने से पहले ही गीला और सूखा कूड़ा छंट जाएगा और बहुत कम मात्रा में ही कूड़ा लैंडफिल साइटों तक पहुंच जाएगा.
जिससे कि पर्यावरण को भी खासा फायदा पहुंचेगा.