
अपने बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने बुधवार को कहा कि वह बीजेपी की राजनीतिक ‘आइटम गर्ल’ हैं. उन्होंने कहा कि इस पार्टी ने उनके नाम पर उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा था और अब उनके नाम पर ही आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ेगी.
मशवराती काउंसिल की विशेष बैठक में शामिल होने आये आजम ने संवाददाताओं से बातचीत में खुद को बीजेपी की ‘आइटम गर्ल’ बताया और कहा, ‘बीजेपी सारे चुनाव मेरे नाम पर ही लड़ती रही है, पिछला विधानसभा चुनाव मेरे नाम पर लड़ा, अब लोकसभा चुनाव भी मेरे ही नाम पर लड़ेगी.'
आजम ने कहा, 'मेरा तो यह हाल कर दिया है कि मुझे खुद नहीं पता कि मेरे ऊपर कितने मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं. मेरे नाम से कितने समन और वारंट जारी कर दिए गए हैं, मैं तो बस उन्ही मुकदमों की पैरवी करता घूमता रहता हूं.’
कुतबमीनार पर दे देना फांसी...
उन्होंने दावा किया कि उनके पास कोई सम्पति नहीं है. उनका सिर्फ एक बैंक खाता है जो विधान भवन में स्थित एसबीआई की शाखा में है. इसके सिवाय अगर देश के किसी भी बैंक में उनका कोई खाता मिल जाये तो उनको कुतुबमीनार पर फांसी दे दी जाए. खान ने बताया कि मशवराती काउंसिल ने निर्णय लिया है कि फिरकापरस्त ताकतों को हराने के लिये दलितों, पिछड़ों और कमजोरों को एकजुट करना होगा, तभी इंकलाब आएगा. इसके लिए उन सभी मुद्दों से हटना होगा जिनको लेकर बीजेपी देश में आग लगाना चाहती है.
राम मंदिर मामले पर आजम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश की सर्वोच्च संस्था है. उसका आदेश सबसे ऊपर होना चाहिए. उन्होंने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा कि जब 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद तोड़ी गई तब किसी मुस्लिम संगठन ने कोई विरोध नहीं किया. आप मन्दिर बनाइये, विरोध की चिंता छोड़िए. आपको जो करना है कीजिये मगर देश को गुमराह मत कीजिये.
बीजेपी ने बताया अभद्रता
इस बीच, प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा कि आजम विक्षिप्त हो गये हैं. वह वोट बैंक, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की जो राजनीति करते थे, उसके दिन जा चुके हैं. बीजेपी ने खान के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने जो अभद्र शब्द इस्तेमाल किया है, वह उनकी सोच को दर्शाता है.
बीजेपी ने कहा कि आजम ने जो अभद्र शब्द इस्तेमाल किया है, वह उनकी सोच को दर्शाता है. यही सोच सपा की है और ऐसे लोगों की है जो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से जुड़े हुए हैं.