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ट्रिपल तलाक: मोदी पर आजम का पलटवार- कुछ भी हो मुस्लिम शरीयत कानून ही मानेंगे

पूरे देश में छिड़ी ट्रिपल तलाक के बहस के बीच समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने भी इसको लेकर बयान दिया है. आजम खान का कहना है कि देशभर में इस मुद्दे पर जो भी बहस चल रही है उन्हें मुद्दे के बारे में नहीं पता है.

तीन तलाक पर आजम का बयान तीन तलाक पर आजम का बयान
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 17 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 8:44 AM IST

पूरे देश में छिड़ी ट्रिपल तलाक के बहस के बीच समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने भी इसको लेकर बयान दिया है. आजम खान का कहना है कि देशभर में इस मुद्दे पर जो भी बहस चल रही है उन्हें मुद्दे के बारे में नहीं पता है. उन्होंने कहा कि अगर शरियत लॉ के खिलाफ भी कोई आदेश आता है, तो मुस्लिम लोग शरीयत कानून को ही मानेंगे. आजम बोले कि सच तो यह है कि जो लोग शरीयत कानून के खिलाफ जाएंगे उन्हें समाज से बॉयकॉट करना चाहिए.

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पीएम बोले मुस्लिम बहनों को हो रही दिक्कत
सपा नेता का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि तीन तलाक से मुस्लिम बहनों को दिक्कत हो रही है और केंद्र सरकार इस पर जल्द हल चाहती है. पीएम मोदी ने ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आखिरी दिन रविवार को कहा कि बीजेपी का रुख तीन तलाक मुद्दे पर बिल्कुल साफ है.

'राज नहीं समाज बदलना है'
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता कहा करते थे, राज नहीं समाज को बदलना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोई सामाजिक बुराई है तो समाज को जागना चाहिए और न्याय प्रदान करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए. प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम महिलाओं को शोषण का सामना नहीं करना चाहिए.

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मुस्लिम महिलायें शरीयत के साथ
आपको बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बेवजह तीन तलाक देने वाले शख्स का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया है. मुस्लिम बोर्ड ने तीन तलाक पर 5 करोड़ महिलाओं के सर्वे का हवाला दिया और कहा कि मुस्लिम महिलाएं शरीयत के साथ हैं. मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने लखनऊ में चली दो दिन की बैठक के बाद साफ किया कि तलाकशुदा महिलाओं की हर संभव मदद के लिए पर्सनल लॉ बोर्ड तैयार है. बोर्ड ने मियां-बीवी के विवाद को लेकर कोड ऑफ कंडक्ट भी जारी किया और मुसलमानों को फिजूलखर्जी से बचने की सलाह दी. इसके साथ ही पर्सनल बोर्ड ने सलाह दी कि मां-बाप अपनी बेटी की शादी में दहेज ना देकर प्रोपर्टी में महिलाओं की हिस्सेदारी दें.

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