
राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता की कोशिशें कर रहे आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर आज अयोध्या में हैं. अयोध्या में श्री श्री रविशंकर ने कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर फॉर्मूला निकालना आसान नहीं है, लेकिन वह 100 बार फेल होने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला एक पक्ष पर भारी पड़ेगा, हमें सोचने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए. राजनीति और कोर्ट को इन मुलाकातों से अलग रखें. संघर्ष के बिना ही हल निकलना चाहिए. आजतक के द्वारा किए गए खुलासे पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
राम मंदिर मामले में पक्षकार नृत्य गोपालदास ने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के बाद कहा कि श्री श्री हमसे सिर्फ मुलाकात करने ही आए थे. पैसों का जो आरोप लगाया जा रहा है वह निराधार है. उन्होंने कहा कि योगी और मोदी जी राम मंदिर मसले का कोई हल निकाल लेंगे.
सुन्नी शिया वक्फ बोर्ड को पैसों का लालच
श्री श्री रविशंकर की ओर से राम मंदिर मुद्दे पर बातचीत की पहल के बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है. राम मंदिर मुद्दे पर पक्षकार निर्मोही अखाड़े के महंत दिनेंद्र दास ने बताया कि समझौते के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को 1 करोड़ रुपए से लेकर 20 करोड़ रुपए तक दिए जा सकते हैं. गौरतलब है कि श्री श्री रविशंकर आज ही अयोध्या पहुंच रहे हैं और इस दौरान ऐसा खुलासा उनके प्रयासों को गहरी चोट पहुंचा सकता है.
श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को कहा था कि उनके पास कोई प्रस्ताव नहीं है, वह बस सभी को साथ लाना चाहते हैं. रविशंकर ने बुधवार को दिगंबर अखाड़ा, विनय कटियार, राजाराम चंद्र आचार्य, हिंदू महासभा के चक्रपाणी आदि से मुलाकात की.
बता दें कि श्री श्री रविशंकर ने बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक CM हाउस में बातचीत हुई.
ओवैसी ने किया था वार
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर मुद्दे पर श्री श्री रविशंकर पर वार किया है. उन्होंने कहा कि श्री श्री रविशंकर झूठ बोल रहे हैं, वह मुस्लिम पर्सनल लॉ से नहीं मिले हैं. ओवैसी ने कहा कि ऐसा करके उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा.
केंद्र की कोई भूमिका नहीं: नकवी
श्री श्री रविशंकर के राम मंदिर विवाद को बातचीत से सुलझाने के मामले में केंद्र सरकार ने दूरी बना ली है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बाज नकवी का कहना है कि विवाद को लेकर श्री श्री रविशंकर जो मध्यस्थता कर रहे हैं, उसमें केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है. उनका कहना है कि अगर ये मामला बातचीत से सुलझता है तो अच्छी बात है.