
कोरोना से जारी जंग के बीच जब केंद्र और विभिन्न राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं, दो राज्य ऐसे भी हैं जहां कोरोना के नाम पर ही सियासी लड़ाई ठन गई है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार और राज्यपाल में सियासी जंग तेज हो गया है तो पुद्दुचेरी में उप-राज्यपाल और सीएम के बीच सियासी जंग तेज होते हुए शिकायत तक जा पहुंची है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ओम प्रकाश धनकड़ ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का राज्य सरकार पालन नहीं कर रही है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है और राहत कार्य भी तय मानकों के मुताबिक नहीं हो रहे हैं. वहीं राज्य सरकार ने इस बात से इंकार किया है कि ऐसा कुछ हो रहा है. ममता सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि केंद्र सरकार ने कोरोना को लेकर जो भी दिशा-निर्देश जारी किया है उसका सख्ती से पालन किया जा रहा है. एक भी ऐसी छूट राज्य सरकार ने नहीं दी है जिसका जिक्र गृह मंत्रालय के गाइडलाइन में नहीं है. राज्य सरकार के एक मंत्री का कहना है कि ऐसे कठिन समय में सियासत ठीक नहीं है. राज्यपाल और राज्य सरकार मिल कर काम करें तो बेहतर है.
वहीं, पुद्दुचेरी में भी वहां की उप-राज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री नारायणसामी के बीच सियासत जारी है. मुख्यमंत्री का कहना है कि उप-राज्पाल बिना मतलब अड़ंगा लगा रही हैं जिससे राहत का काम प्रभावित हो रहा है. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार को काम करने दिया जाए और इसमें अड़ंगा न लगे. नारायणसामी ने कहा है कि वैसे तो उप-राज्यपाल शुरू से ही राज्य सरकार के काम में अड़ंगा लगाती आ रही हैं लेकिन यह उचित समय नहीं है. अभी राज्य सरकार को कोरोना से निपटने के लिए बिना अड़ंगा के काम करने दिया जाए ताकि इस महामारी से निकला जा सके.