
महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग की बात चलेगी तो बिग बैंग, ब्लैक होल, गॉड स्पॉट, गॉड थ्योरी जैसी भारी भरकम बहसें कानों में गूंजने लगेंगी. लेकिन इस तेज और तार्किक दिमाग के भीतर छिपे बैठे एक मजाकिया, शरारती और हाजिर जवाब स्टीफन हॉकिंग से मुलाकात तब होती है जब उनके कुछ इंटरव्यू के जवाबों को आप सुनेंगे-पढ़ेंगे.
हॉकिंग के बेबाक जवाबों ने कई बार गुदगुदाया तो कई बार हैरान कर दिया. और कभी-कभी तो उनके जवाब तार्किकता को बरबस ढकेलते और संवेदनशीलता को महान बताते से लगे. उधर उनके शरारती स्वाभाव का अंदाजा तब लगता है जब वे हंसते हुए कहते हैं, औरतें उनके लिए ब्रह्माण्ड से भी ज्यादा रहस्यमयी हैं. हालांकि औरतों पर इस तरह की राय देने वाले वे पहले नहीं थे. इनसे पहले दूसरी मशहूर हस्तियों जैसे मनोवैज्ञानिक फ्रायड, इंग्लिश पोयट और प्लेराइटर विलियम शेक्सपीयर ने भी औरतों को एक रहस्य करार दिया था. पेश हैं उनके कुछ खास इंटरव्यू में पूछे गए सवाल और उनके जवाबः
वेबसाइट 'रेडिट्ट एमए' के वर्ष 2015 में एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया, कौन सा रहस्य है जिसे सुलझाना सबसे कठिन है?
जवाब-औरत, हंसते हुए कहा ये एक अबूझ पहेली है.
2010 में स्टीफन हॉकिंग्स ने एबीसीस् 'वर्ल्ड न्यू टूनाइट' के इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि आप बच्चों को क्या खास सलाह देना चाहेंगे?
जवाब-उन्होंने कहा, मैं अपने बच्चों को यहां तीन अहम सलाहें देना चाहूंगा.
पहली, याद रखो हमेशा ऊपर सितारों की तरफ देखना, पैरों की तरफ नहीं. दूसरी, काम करना कभी मत छोड़ना क्योंकि काम तु्म्हें जिंदगी का अर्थ और उद्देश्य देता है. बिना काम के जिंदगी खाली है. तीसरी, अगर किस्मत से तुम्हें तुम्हारा प्यार मिल जाए तो उसे कभी मत छोड़ना.
जॉन ओलिवर के मशहूर इंटरव्यू में उन्होंने कई मजेदार जवाब दिए.
ओलिवर ने मजाकिया अंदाज में पूछा, स्टीफन हॉकिंग्स आपने समानांतर ब्रह्माण्ड के सिद्धांत पर काम किया, क्या ऐसा कोई ब्रह्माण्ड होगा जहां मैं आपसे ज्यादा स्मार्ट हो सकता हूं?जवाब- स्टीफन हॉकिंग्स ने चुटकी लेते हुए कहा, हां बिल्कुल. और हां एक ऐसा भी ब्रह्माण्ड हो सकता है जहां आप मुझसे ज्यादा फनी हों...दरअसल स्टीफन खुद को बेहद फनी मानते थे.स्टीफन का मानना था कि लाइफ बहुत दुखी होगी अगर हम फनी नहीं होंगे.
ओलिवर ने पूछा, रोबोट से हम लड़ सकते हैं?
जवाब- हार जाओगे.
ओलिवर ने पूछा, अगर मैंने रोबोट का प्लग ही हटा लिया तो?
जवाब-स्टीफन हॉकिंग ने इसका जवाब फिक्शनल अंदाज में दिया. वैज्ञानिकों ने एक बुद्धिमान कंप्यूटर बनाया फिर इससे पहला सवाल पूछा, क्या यहां भगवान है? जवाब मिला, 'अब है'. और प्लग के पास से चिंगारी निकली और फिर कंप्यूटर बंद नहीं किया जा सका.
जब भगवान के अस्तित्व पर उठा दिये थे सवाल.
जॉन सी लिनॉक्स की किताब 'गॉड एण्ड स्टीफन हॉकिंग' में उन्होंने ब्रह्माण्ड की रचना का आधार ईश्वर को नहीं बल्कि भौतिक विज्ञान को माना. उन्होंने कहा, ब्रह्माण्ड के पीछे भौतिक विज्ञान के नियम हैं न कि भगवान. हालांकि उन्होंने यह भी कहा, मैं ये दावा नहीं करता कि ईश्वर का अस्तित्व नहीं है. इस पर दुनियाभर में बहस शुरू हो गई.'द गर्जियन' में छपे एक लेख में स्टीफन हॉकिंग ने मौत के बारे में पूछे जाने पर दिया कुछ ऐसा जवाब.
जवाब-मौत से मैं डरता नहीं. हां, मगर कोई जल्दी भी नहीं. मरने से पहले मेरे पास बहुत कुछ है करने के लिए जो मैं करना चाहता हूं.
इसी लेख में उन्होंने स्वर्ग की अवधारणा को भी ध्वस्त करते हुए कहा, मेरे हिसाब से दिमाग कंप्यूटर की तरह है. जिसका जीवन खत्म होने के बाद उसके ऑर्गेन फेल हो जाते हैं. मरने के बाद
कोई जिंदगी नहीं होती स्वर्ग महज इंसानों की कपोल कल्पना है.
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