
भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गुरुवार के कारोबार में 2 फीसदी से ज्यादा टूटकर बंद हुए. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 126 कंपनियों की कुल 3 लाख करोड़ से ज्यादा (306747.25 करोड़) की मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) साफ हो गई. बाजार की इस गिरावट में आज सेंसेक्स 806 अंक की गिरावट के साथ 35169 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं 259 अंक की गिरावट के बाद निफ्टी का बंद स्तर 10599 रहा. टेक्निकल एक्सपर्ट 10700-10750 के बीच निफ्टी के लिए मजबूत समर्थन की संभावना लगा रहे थे. अब इस स्तर के टूटने के बाद बाजार में गिरावट और गहराने की आशंका है.
बाजार में गिरावट के बड़े कारण?
कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के हेड (रिसर्च) डॉ रवि सिंह कहते हैं, ''गुरुवार को बाजार में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने की चिंता के आई है.'' अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने के बाद भारत जैसे उभरते बाजार में विदेशी निवेश घटने की आशंका को बल मिलता है. साथ ही विदेशी निवेशकों की ओर से मुनाफावसूली का भी खतरा बढ़ता है. डॉ सिंह आगे कहते हैं, ''इसके अलावा रुपए और बॉण्ड यील्ड में गिरावट भी बाजार के लिए चिंता का विषय है. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों बड़ी बढ़ोतरी की आशंका के चलते गुरुवार को बॉण्ड यील्ड में 84 बेसिस प्वाइंट का इजाफा देखने को मिला.''
कहां कितनी गिरावट?
बाजार की गिरावट चौतरफा थी. फार्मा, आईटी, एफएमसीजी शेयरों में आज सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर इस शेयरों से जुड़े सूचकांक में करीब 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. इसके अलावा बैकिंग और ऑटो इंडेक्स भी 1 फीसदी से ज्यादा लुढ़के. सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी घटाने की खबर के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों में भारी गिरावट देखने को मिली. एचपीसीएल, बीपीसीएल और आइओसी के शेयरों में 10 से 12 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. निवेशकों ने छोटे मझौले शेयरों में भी जमकर बिकवाली की. एनएससी पर दोनों ही इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा टूटे.
कहां तक गिरेगा बाजार?
बाजार विशेषज्ञ राजेश शर्मा कहते हैं, ''गुरुवार के सत्र में निफ्टी का बंद स्तर बेहद महत्वपूर्ण होगा. अगर निफ्टी की क्लोजिंग 10590 के नीचे आती है तो बाजार में नीचे की तरफ 150 से 200 अंक की गिरावट और आ सकती है.'' शुक्रवार का सत्र बाजार के लिए बेहद अहम है क्योंकि रिजर्व बैंक क्रेडिट पॉलिसी समीक्षा में नीतिगत दरों में बदलाव करेगा.
राजेश आगे कहते हैं, ''नीतिगत दरों में 50 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी को बाजार पचा चुका है. ऐसे में नीतिगत दरों में बढ़ोतरी का बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं होगा. लेकिन अगर रिजर्व बैंक की ओर से सीआरआर या एसएलआर में कटौती की जाती है तो यह राहत की खबर होगी और बाजार में एक शॉर्ट टर्म रिलीफ रैली देखने को मिल सकती है.'' निवेशकों के लिए राजेश फिलहाल बाजार से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. उनके मुताबिक बाजार में ट्रेडिंग के मौके जरूर हैं निवेश के लिए निचले स्तर पर अच्छे मौके मिलेंगे.
***