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पिछले कई महीनों से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से ताजमहल के संरक्षण का काम बड़े पैमाने पर जारी है. तब से दुनिया के इस अजूबे को देखने आए कई लाख पर्यटकों को इस खूबसूरत ताजमहल की मीनारों को बदसूरत से खांचे में बंद ही अपने कैमरे में कैद करना पड़ा. ताजमहल का ये संरक्षण सोमवार को एक पर्यटक पर भारी पड़ गया. जब मीनार का एक पत्थर टूटकर उसके सर पर गिर गया.
तमिलनाडू के रहने वाले निसार अहमद ताजमहल की मीनार के पास फोटो खिंचवा रहे थे कि तभी मीनार से पत्थर का टुकड़ा टूटकर उनके सिर पर गिर गया. बताया जा रहा है कि 133 फुट की ऊंचाई से ये पत्थर उनपर गिरा. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. हादसे के वक्त निसार की गोद में उनका नवजात बेटा भी था जिसे कोई चोट नहीं आई.
हादसे की जांच होगी
इस हादसे के बारे में जब पुरातत्व विभाग के अधिकारी डॉक्टर भुवन विक्रम से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एएसआई स्मारक के संरक्षण के दौरान जरूरी सावधानियां बरतता है. उनका कहना है कि पर्यटकों को मीनारों से दूर रखने के लिए मीनार के पास एएसआई कर्मचारी तैनात किए गए हैं. इस बात की जांच की जा रही है कि कैसे निसार अहमद मीनार के इतने पास आ गए कि पत्थर उनके सर पर गिर गया.
हादसों से घटेगा पर्यटन
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर सचिव विशाल शर्मा ने कहा है कि यह एक बहुत ही भयावह स्थिति है कि करोड़ों रुपये के खर्च पर एएसआई द्वारा इन स्मारकों के संरक्षण के बावजूद ताजमहल और अन्य स्मारकों में पत्थर गिरने की घटनाए बढ़ती जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों को भी आगरा के स्मारकों के संरक्षण में शामिल किया जाए. खासतौर पर ताज महल का संरक्षण. इसी मीनार से पहले भी पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. इन घटनाओं पर गौर करना बेहद जरूरी है क्योंकि इनसे देश के पर्यटन की दुनियाभर में फजीहत हो सकती है.