
बक्सर में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हुए जानलेवा हमले के मुद्दे को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार के विकास से जोड़ दिया है. तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखते हुए सवाल उठाया है कि कहीं बिहार की जनता नीतीश कुमार के कागजी विकास से नाराज होकर तो उन पर पत्थर नहीं बरसा रही है ? तेजस्वी ने नीतीश के काफिले पर हुए हमले की निंदा तो नहीं की मगर केवल इतना कहा कि हर जिले में नीतीश का विरोध चिंता का विषय है.
नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बिहार में जमीनी स्तर पर कोई विकास हुआ ही नहीं तो फिर नीतीश कुमार पूरे राज्य में घूमकर किस बात की समीक्षा कर रहे हैं? तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अपने समीक्षा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री महादलित परिवारों से नहीं मिलते हैं, फिर भी जनसंवाद का ढकोसला कर रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार से काफी नाराज हैं और आक्रोश में आकर उनके काफिले पर हमले हो रहे हैं और उन्हें काले झंडे दिखाए जा रहे हैं. ट्विटर पर नीतीश कुमार के काफिले पर हुए हमले की वीडियो शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को आत्ममंथन करना चाहिए आखिर हर जिले में आम जनता उनका विरोध क्यों कर रही है ?
जिस तरीके से आरजेडी के 15 साल के शासन काल की तुलना जंगलराज से की जाती थी, इसी को लेकर तेजस्वी ने सवाल उठाया कि जब नीतीश कुमार के काफिले पर पत्थरबाजी होती है और उनका घेराव किया जाता है मगर फिर भी बिहार में जंगलराज नहीं है? तेजस्वी ने कहा कि बिहार में हो रहे विकास की समीक्षा यहां की जनता करेगी ना की मुख्यमंत्री. तेजस्वी ने नीतीश को आत्मचिंतन करने की सलाह भी दी.
नीतीश के महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि नीतीश को बताना चाहिए आखिर उनके किन कृतियों की वजह से हर जिले में उन्हें विरोध, प्रदर्शन और नारेबाजी का सामना करना पड़ रहा है?
तेजस्वी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में अगर नैतिक बल और लोकतांत्रिक चरित्र बचा है तो उन्हें बताना चाहिए कि किसके इशारे पर बिहार में उनके खिलाफ प्रदर्शन की कोई भी खबर कहीं भी नहीं दिखाई जाती है नहीं छापी जाती है ? तेजस्वी ने कहा कि नीतीश को समीक्षा यात्रा नहीं बल्कि क्षमा यात्रा करनी चाहिए.