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ब्रिटेनः नए वीजा नियम के खिलाफ भारतीयों ने शुरू किया कैंपेन

इस नए वीजा नियम के तहत यूरोपियन यूनियन के अलावा टियर-2 वीजा पर ब्रिटेन में काम करने वाले अन्य देशों के नागरिक, जो ब्रिटेन में सालाना 35 हजार पाउंड से कम कमाते हैं, उन्हें उनके देश वापस भेज दिया जाएगा. पहले कमाई की यह सीमा सिर्फ 21 हजार पाउंड थी.

कैमरन से पीएम मोदी ने की बात कैमरन से पीएम मोदी ने की बात
केशव कुमार
  • लंदन,
  • 04 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 12:31 AM IST

ब्रिटेन में बुधवार से लागू हो रहे नए वीजा नियम से हजारों भारतीयों के भविष्य पर अनिश्चितता के बादल छाते नजर आ रहे हैं. नए वीजा नियम के तहत 35 हजार पाउंड सैलरी की अनिवार्य शर्त को खत्म कराने के लिए उन्होंने ब्रिटिश सरकार के सामने अपील की है.

6 अप्रैल से लागू होगा नया नियम
इस नियम के तहत यूरोपियन यूनियन के अलावा टियर-2 वीजा पर ब्रिटेन में काम करने वाले अन्य देशों के नागरिक, जो ब्रिटेन में सालाना 35 हजार पाउंड से कम कमाते हैं, उन्हें उनके देश वापस भेज दिया जाएगा. पहले कमाई की यह सीमा सिर्फ 21 हजार पाउंड थी. यह नया नियम 6 अप्रैल से अस्तित्व में आ रहा है. इससे हजारों भारतीयों के प्रभावित होने की संभावना है.

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लोगों ने दी भावनात्मक दलीलें
ब्रिटेन में काम करने वाले ऐसे ही एक भारतीय प्रोफेशनल अभिजीत ने कहा कि यही वह देश है जहां मैंने मास्टर्स डिग्री हासिल की. इस जगह से मुझे प्यार हो गया है, यहीं मुझे मेरी पहली नौकरी मिली थी. मैंने शादी की और अपना परिवार यहां बसाया. अब अगर मुझे इस देश को छोड़ना पड़ा, तो वह मेरे लिए किसी त्रासदी से कम नहीं होगा. इस देश को छोड़ने के साथ ही मुझे अपने दोस्तों, कंपनी और इस प्यारी जगह को भी मजबूरन छोड़ना पड़ेगा.

नियम वापस लेने के लिए 'स्टॉप 35K' कैंपेन
अभिजीत उन हजारों भारतीयों में से एक हैं, जिन्होंने 'स्टॉप 35K' कैंपेन में हिस्सा लिया है. इनका मानना है कि यह फैसला पूरी तरह भेदभाव से भरा है, जिसमें कोई भी गैर-यूरोपीय नागरिक, जो 35 हजार पाउंड से कम कमाता है उसे वीजा नहीं दिया जाएगा. यह कैंपेन ब्रिटिश सरकार से उसके इस फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए चलाया जा रहा है.

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कैमरन से पीएम मोदी ने की बात
हाल ही में इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन से बात की थी. न्यूक्लियर सिक्योरिटी समिट के मौके पर एक मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने उनसे कहा था कि भारत से ब्रिटेन काम करने के लिए आने वाले आईटी प्रोफेशनल्स को कोई दिक्कत न होने पाए.

नए नियम से प्रभावित होंगे भारतीय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस बारे में जानकारी दी थी कि कैमरन ने इस मामले पर ध्यान देने का भरोसा दिया है. हम आईटी कंपनियों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन साथ ही यह भी चाहते हैं कि ब्रिटेन के नियमों का किसी भी तरह दुरुपयोग न हो. जिस टियर-2 वीजा के नियमों को लेकर बदलाव किया जा रहा है, उस वीजा के तहत ब्रिटेन में रहने वाले नागरिकों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है.

सबसे ज्यादा भारतीयों को टियर-2 वीजा
ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ऑफिस के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2014-15 में 55,589 टियर-2 वीजा जारी किए गए. इनमें से लगभग 78 फीसदी यानी 31,058 वीजा भारतीयों को दिए गए. हालांकि नए नियम से प्रभावित होने वाले कुल गैर-यूरोपीय नागरिकों की संख्या अभी साफ नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि इससे करीब 30-40 हजार नागरिक प्रभावित होंगे.

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