
क्या आप किसी ऐसे बच्चे की कल्पना कर सकते हैं, जो कभी रोता ही ना हो. यह बात आपको जरूर हैरान कर रही होगी कि क्या कोई ऐसा बच्चा हो सकता है, जो कभी रोता ही ना हो. जी हां, हम आपको एक ऐसे बच्चे के बारे में बता रहे हैं, जन्म से अब तक कभी नहीं रोया.
यहां तक कि चोट लगने पर या मां-पापा से डांट सुनने के बाद भी उसे रोना नहीं आता. इस बच्चे का नाम डेक्सटर काहिल है और वो इसी शनिवार को 4 साल का हो जाएगा. जिस तरह यह बात आपको हैरान कर रही है, उसी तरह डेक्सटर काहिल के माता-पिता को भी हैरानी होती थी. हद तो तब हो गई, जब डेक्सटर की टांग टूट गई और उसे दर्द का एहसास तक नहीं हुआ.
दरअसल, डेक्सटर को एक जेनेटिक डिस्ऑडर है, जिसकी वजह से उसे दर्द का एहसास नहीं होता. पैर टूटने पर भी डेक्सटर को इस बात का अंदाजा नहीं हुआ कि उसकी टांग टूट गई है.
इसी तरह डांस क्लास में टीचर बच्चों को डांस सिखा रही थी और डेक्सटर अति उत्साह में कूदा और उसकी पिंडली की हड्डी टूट गई. डेक्सटर खड़ा नहीं हो पा रहा था, लेकिन इतना होने पर भी उसके आंख से आंसू नहीं निकला और न ही दर्द से उसकी चीख निकली. इस बात से डेक्सटर की टीचर भी हैरान थी. टीचर ने डेक्सटर की मां को फोन किया और उसको अस्पताल ले जाया गया.
वैज्ञानिकों का कहना है कि डेक्सटर एक विशेष तरह के डिस्ऑर्डर का शिकार है. इसे हेरीडेटरी सेंसरी ऑटोनॉमी न्यूरोपैथी टाइप 4 कहते हैं. यह डिस्ऑर्डर 125 मिलियन लोगों में एक को होती है. यह रेयर डिस्ऑर्डर है.
इस डिस्ऑर्डर में व्यक्ति को दर्द का अनुभव नहीं होता. यह कई बार खतरनाक भी साबित हो सकती है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस डिस्ऑर्डर में दर्द का पता नहीं चलता इसलिए शरीर में अांतरिक रूप से कुछ भी हो रहा हो तो इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है.
डेक्सटर के माता-पिता उसे चोट से बचाने के लिए कोई ऐसा घर लेने वाले हैं, जो खुला-खुला हो.