
स्कूल में होमवर्क बनाकर नहीं ले जाने की अधिकतम सजा क्या हो सकती है? यह सवाल इसलिए कि स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए जहां एक ओर देशभर में बहस छिड़ी हुई है, वहीं प्राइवेट स्कूलों की मनमानी और शिक्षकों का बच्चों के प्रति रवैया भी सवालों के घेरे में है. बरेली के देवरनिया क्षेत्र से एक ऐसी खबर आई, जिसने शिक्षा जगत खासकर शिक्षकों की बिरादरी को शर्मसार कर दिया है. यहां एक स्कूली बच्चे को होमवर्क नहीं बनाने की ऐसी सजा मिली कि आखिकार उसकी जान निकल गई.
जानकारी के मुताबिक, घटना देवरनिया थाना के पिपरा ननकरा गांव की है. यहां एक स्कूली शिक्षक ने मासूम बच्चे की होमवर्क नहीं बनाने के कारण इस कदर पिटाई की कि उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. मासूम के परिजन नासिर ने बताया कि बच्चा होमवर्क बनाकर नहीं ले गया था, जबकि तीन महीने से स्कूल की फीस भी जमा नहीं थी. इसी बात को लेकर आरोपी शिक्षक नाराज हो गया और उसने मासूम की पिटाई कर दी. यही नहीं, इस दौरान उसने बच्चे का सिर दीवार से भी मारा. घायल बच्चे को ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आखिरकार उसने दम तोड़ दिया.
परिजनों ने की तोड़फोड़
दूसरी ओर, बच्चे की मौत की खबर पाकर पुलिस में शिकायत से पहले ही आरोपी फरार हो गया है, जबकि गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की है. परिजन आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. लोगों ने थाने में भी जमकर नारेबाजी की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, जबकि आरोपी की तलाश जारी है.