
करीब एक साल तक बिना अध्यक्ष के रहने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) को बुधवार को एक नई अध्यक्ष मिली. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 1978 बैच की आईएएस अधिकारी स्तुति नारायण कक्कड़ को एनसीपीसीआर का अध्यक्ष नियुक्त किया है.
कक्कड़ सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के नि:शक्तता मामलों के विभाग की सचिव पद से रिटायर हुई हैं. वह सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) की प्रबंध समिति की अध्यक्षता भी कर रही थीं. एनसीपीसीआर अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी पर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद सरकार ने यह घोषणा की है.
सदस्यों के भी छह पद हैं खाली
इससे पहले पिछली यूपीए सरकार की ओर से नियुक्त कुशाल सिंह एनसीपीसीआर के अध्यक्ष थे, लेकिन पिछले साल अक्तूबर में उनकी रिटायर होने के बाद से ही यह पद खाली पड़ा था. एनसीपीसीआर में अब भी सदस्यों के छह पद खाली हैं.
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. एनसीपीसीआर बच्चों की शिक्षा, बाल विकास, हाशिए पर पड़े बच्चों, बाल श्रम उन्मूलन, बाल मनोविज्ञान और बच्चों से जुड़े अन्य कानूनों से जुड़े मामलों पर काम करता है. एनसीपीसीआर कानून के मुताबिक, आयोग के कुल छह सदस्यों में से दो का महिला होना जरूरी है. बाल विकास के क्षेत्र में योगदान कर चुके लोगों को ही इस पद पर नियुक्त किया जा सकता है.
- इनपुट भाषा