
अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के लिए भारत रत्न की मांग करके सबको चौंका दिया. इलाहाबाद में एक सेमिनार में शिरकत करते हुए स्वामी ने कहा कि नरसिम्हा राव ने देश की तरक्की के लिए जो काम किए, वह बेमिसाल थे. इसलिए उन्हें आने वाले गणतंत्र दिवस से पहले ही भारत रत्न दे देना चाहिए.
सुब्रमण्यम स्वामी ने इस सेमिनार में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद की भी चर्चा करते हुए कहा कि यूपी चुनाव में ये मुद्दे भी उठेंगे. ऐसे में स्वामी के इस बयान को यूपी चुनाव में राम मंदिर से भी जोड़कर देखा जा रहा है. स्वामी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को विकास पुरुष बताते हुए उन्हें भारत रत्न दिए जाने की मांग की है.
मोदी राज में कांग्रेस के पीएम की तारीफ कर उन्हें भारत रत्न दिए जाने की स्वा मी की इस मांग पर कोहराम मचना तय माना जा रहा है. इलाहाबाद में इंडियन पॉलिटिकल सेंटर द्वारा आयोजित सेमिनार में स्वामी ने नरसिम्हा राव की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े तो साथ ही दस सालों तक देश के पीएम रहे कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और देश ने नरसिम्हा राव के साथ इंसाफ नहीं किया. जिन कामों का श्रेय नरसिम्हा राव को मिलना चाहिए था वह उन्हें न देकर मनमोहन सिंह को दिया जाता था.
सुब्रमण्यम स्वामी ने इलाहाबाद के इस कार्यक्रम में अयोध्या में राम मंदिर को लेकर दो हफ्ते बाद सुप्रीम कोर्ट में नई अर्जी दाखिल किए जाने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अपनी इस अर्जी के जरिए वह अदालत से राम मंदिर विवाद का निपटारा दो महीने में किए जाने की अपील करेंगे. उन्होंने उम्मीद जताई कि अदालत का फैसला मंदिर के हक में ही आएगा. स्वामी ने कहा कि बीजेपी राज में कानून व्यवस्था की स्थिति दूसरी पार्टियों से कुछ बेहतर रहती है.