Advertisement

चार महीने के लिए बंद हो JNU, सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी रखा जाए नाम: स्वामी

बीजेपी नेता ने कहा कि जेएनयू को चार माह के लिए बंद कर देना चाहिए और वहां तलाशी अभियान चलाना चाहिए.

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी
स्‍वपनल सोनल/BHASHA
  • कानपुर,
  • 27 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST

जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी को लेकर विवाद अभी जारी है, वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रख देना चाहिए. स्वामी ने आरोप लगाया कि जेएनयू मौजूदा दौर में ऐसे लोगों का अड्डा बन गया है जो देश के खिलाफ साजिश में शामिल हैं.

बीजेपी नेता यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जेएनयू को चार माह के लिए बंद कर देना चाहिए और वहां तलाशी अभियान चलाना चाहिए. स्वामी ने आरोप लगाया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में उत्तर प्रदेश समेत करीब पांच फीसदी लोग देशद्रोही हैं, जिसमें सबसे ज्यादा जेएनयू में हैं.

Advertisement

कश्मीर में नेहरू के कारण लगी धारा 370
कानुपर के वीएसएसडी कॉलेज में 'वैश्विक आतंकवाद :कश्मीर समस्या के संदर्भ में' विषय पर एक सेमिनार को संबोधित करने आए थे. उन्होंने इस दौरान कहा कि जेएनयू का नाम बदलकर सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी कर देना चाहिए, क्योंकि जवाहरलाल नेहरू इतने पढ़े लिखे नहीं थे कि उनके नाम से किसी विश्वविद्यालय का नाम रखा जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में धारा 370 नेहरू के कारण ही लगी, जबकि डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ने इसका विरोध किया था.

कश्मीरी पंडितों की वापसी का फॉर्मूला
कश्मीर मुददे पर बोलते हुए स्वामी ने आगे कहा कि यह भारत का अभिन्न अंग है. कश्मीर का जो हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में उसे वापस लेने की कोशिश की जानी चाहिए और कश्मीरी पंडितों की घर वापसी होनी चाहिए. बीजेपी नेता ने कहा , 'इसके लिए कश्मीरी पंडितो के घरों में पूर्व सैनिकों को हथियारों के साथ कुछ समय के लिए रख देना चाहिए और कुछ साल बाद वहां कश्मीरी पंडितों को बसा देना चाहिए.'

Advertisement

दो महीने में आ जाएगा राम मंदिर का फैसला
अयोध्या में राम मंदिर के मुददे पर स्वामी ने कहा, 'हमारा एजेंडा साफ है. पहले राम मंदिर का निर्माण करेंगे और बाद में धारा 370 का खात्मा. राम मंदिर मुद्दे का हल निकाला जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट में हमने प्रार्थना की है कि दिन प्रतिदिन इस मामले की सुनवाई हो और हमें उम्मीद है कि एक दो माह में इसका फैसला अदालत से आ जाएगा.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राहुल का जेएनयू जाने का कोई औचित्य नहीं था. उन्होंने कहा कि जेएनयू के पांच फीसदी छात्रों को छोड़कर बाकी सब पढ़ना चाहते हैं. सिर्फ पांच फीसदी छात्र जो कम्यूनिस्ट और कांग्रेस विचारधारा के हैं, वही सब बवाल करते हैं इसलिए इस यूनिवर्सिटी को चार माह बंद कर देना चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement