
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कोर्टरूम तक खींच लाने वाले बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि दोनों कांग्रेस नेताओं को झूठ बोलने की पुरानी आदत है. यही नहीं, उन्होंने राहुल गांधी को बुद्धू बताते हुए कहा कि उनका कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है.
'आज तक' के कार्यक्रम 'सीधी बात' में स्वामी ने कहा, 'सोनिया और राहुल को झूठ बोलने की आदत है. उन्होंने बेल भी लिया और श्योरिटी भी दी. प्राइमा फेसी केस साबित हो गया है.' उन्होंने आगे कहा कि इसमें केस बनता है और ट्रायल चलेगा. दोनों गुनहगार भी साबित हो सकते हैं. स्वामी ने कहा, 'कांग्रेस वाले मुझसे डरे हुए हैं.'
'मैं जेटली से बात नहीं करता'
बीजेपी नेता ने उन सभी आरोपों को खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा है कि वह किसी के कहने पर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ खड़े हैं. उन्होंने कहा, 'मै किसी के कहने पर कुछ नहीं करता. मैं अपने बल पर सब करता हूं.'
स्वामी ने आगे कहा कि वह मोदी सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखने वाले वित्त मंत्री अरुण जेटली से कुछ बात नहीं करते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह सीधे तौर पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी से बात करते हैं, लेकिन हेराल्ड मामले में किसी से कोई बात नहीं की.
हेराल्ड मामला और राजनीतिक प्रतिस्पर्धा
हेराल्ड मामले के पीछे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा पर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर किसी मामले तथ्य में मिले तो केस बनता है फिर चाहे वह पॉलिटकली मोटिवेटेड ही क्यों न हो.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठाते हुए स्वामी ने कहा, 'मैं भी कहता हूं कि राहुल गांधी अब भी बुद्धू हैं और उनका कोई भविष्य नहीं है.' बीजेपी नेता ने राहुल गांधी की आक्रामकता को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बुद्धू लोग ही आक्रामक होते हैं.
राम मंदिर पर टाइम टेबल की जरूरत
बीजेपी के राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर हिंदूवादी नेता ने कहा, 'अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर टाइम टेबल बनना चाहिए. इसका नहीं बनना एक बहुत बड़ी भूल है.'
मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मुझे मंत्री नहीं बनने का गम नहीं है. मुझे मंत्री क्यों नहीं बनाया गया, ये मोदी ही बताएंगे. मेरी ऐसी कोई आशा नहीं है कि मंत्री बनाया जाऊं.'