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इस खास पहल से धरती को बचाने में लगी है 5 साल की ईहा

मेरठ में रहने वाली छह साल की ईहा पर्यावरण बचाने के लिए सबको प्रेरित कर रही है. ईहा किसी के जन्मदिन पर पौधों का उपहार देकर उनसे पौधरोपण का वादा लेती है.

ईहा (फोटो-IANS) ईहा (फोटो-IANS)
मोहित पारीक
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 12:06 PM IST

दिन-प्रतिदिन बढ़ती ग्लोबल वार्मिग से हमारी आने वाली पीढ़ी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. इस नुकसान की भरपाई के लिए अब सिर्फ एक ही उपाय है कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और उनका संरक्षण करें. मेरठ में रहने वाली छह साल की ईहा पर्यावरण बचाने के लिए सबको प्रेरित कर रही है. ईहा ने प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो प्रसारण 'मन की बात' से प्रेरित होकर पिछले साल 29 सितंबर को अपने पांचवें जन्मदिन के अवसर पर मेडिकल कॉलेज परिसर में 1008 पौधे लगाए.

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इसके बाद शुरू हुआ ईहा का ये अभियान उनके आस-पास रहने वाले अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रहा है. छह साल की ईहा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूपी बुक ऑफ रिकॉर्ड, वियतनाम बुक ऑफ रिकॉर्ड, महिला गौरव और अन्य कई सम्मान मिल चुके हैं. ईहा के पिता कुलदीप चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं. ईहा ने 'ग्रीन ईहा स्माइल क्लब' नामक एक समूह बनाया है, जिसमें उन्होंने अपने छह दोस्तों को शामिल किया है. ये सभी बच्चे प्रत्येक रविवार को अलग-अलग स्थानों पर पौधरोपण करते हैं.

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ईहा का कहना है कि वह किसी के जन्मदिन पर पौधों का उपहार देकर उनसे पौधरोपण का वादा लेती है. ये बच्चे हर रविवार को पौधरोपण करने के अलावा पिछले पौधों का भी निरीक्षण करते रहते हैं. ईहा के अभियान में बच्चों के साथ-साथ अब बड़े लोग भी सक्रियता से भाग ले रहे हैं. रविवार को जिन लोगों के पास कोई काम नहीं होता, वे ईहा के साथ जाकर पौधारोपण करते हैं. ईहा प्रति रविवार लगभग 10 पौधे लगाती है. ये पौधे ईहा खुद नर्सरी से खरीद कर पहले ही घर पर रख लेती है.

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ईहा के पिता बताते हैं कि पहले वे इसे सिर्फ एक बच्चे की जिद समझकर इसे इतनी गंभीरता से नहीं लेते थे, लेकिन जब ईहा बार-बार इसी बात पर डटी रही तो उसकी मंशा को समझते हुए उन्होंने भी ईहा का पूरा सहयोग करने का फैसला कर लिया. ईहा घर पर आने वाले आम और जामुनों को खाने के बाद उनकी गुठलियों को भी गमलों में लगा देती थी.

दो सप्ताह में ही उनमें अंकुर फूटने लगे. ईहा का कहना है कि वह इन आम के 40 पौधों को लगाकर एक बाग तैयार करेगी और इसके लिए वह जमीन तलाश रही है. इस मुहिम के लिए ईहा को कई राजनेताओं की भी सराहना मिल चुकी है.

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