Advertisement

ग्लाइड बम का टेस्ट सफल, जल्द बढ़ाएगा एयरफोर्स की ताकत

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस गाइडेड बम को सटीक नेविगेशन प्रणाली की मदद से विमान के जरिए छोड़ा गया. ये बम टारगेट तक 70 किलोमीटर के रेंज से आगे सटीक तौर पर पहुंचा. कई स्थितियों और रेंज से इस बम के कुल तीन परीक्षण किए गए, जो सफल रहे.

ग्लाइड बम का सफल परीक्षण ग्लाइड बम का सफल परीक्षण
सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST

भारत ने शुक्रवार को देसी प्रणाली से बनाए गए कम वजन वाले 'ग्लाइड बम' का सफल परीक्षण किया. ओडिशा के चांदीपुर में  स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वीपन  (SAAW) की भारतीय वायु सेना के विमान से सफल टेस्टिंग की गई.

सफल रहा परीक्षण

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस गाइडेड बम को सटीक नेविगेशन प्रणाली की मदद से विमान के जरिए छोड़ा गया. ये बम टारगेट तक 70 किलोमीटर के रेंज से आगे सटीक तौर पर पहुंचा. कई स्थितियों और रेंज से इस बम के कुल तीन परीक्षण किए गए, जो सफल रहे.

Advertisement

रक्षा मंत्री ने दी बधाई

इस गाइडेड बम को आरसीआई, डीआरडीओ ने इसके अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय वायु सेना के सहयोग से विकसित किया है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों और वायुसेना को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है.

'सशस्त्र सेना को जल्द सौंपा जाएगा SAAW'

रक्षा विभाग के अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के चेयरमैन एस क्रिस्टोफर ने बम बनाने वाले दल को बधाई देते हुए कहा है कि एसएएडब्ल्यू को जल्दी ही सशस्त्र सेना में शामिल किया जाएगा.

'मील का पत्थर साबित होगा ये परीक्षण'

मिसाइल और रणनीतिक प्रणाली के डीजी डॉक्टर जी सतीश रेड्डी ने कहा कि इस बम का सफल परीक्षण स्वदेशी क्षमताओं पर आधारित गाइडेड बम बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement