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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में छात्रा सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है. बुलंदशहर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया है कि सुदीक्षा की मौत महज एक हादसा थी. उससे कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी. वहीं पुलिस से बचने के लिए बुलेट सवार ने बुलेट मॉडिफाई करवा दी थी.
अमेरिका से भारत लौटी ग्रेटर नोएडा की रहने वाली सुदीक्षा भाटी की बुलंदशहर में सड़क हादसे में 10 अगस्त को मौत हो गई थी. परिवार ने आरोप लगाया था कि बुलेट पर सवार शख्स लगातार छेड़छाड़ कर रहा था, जिससे हादसा हुआ और सुदीक्षा की मौत हुई थी. इस मामले ने राजनीतिक रंग लेना भी शुरू कर दिया था और जांच के लिए एसआईटी बनाई गई थी.
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वहीं एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक के बाद एक कई सीसीटीवी सामने रखे और बताया कि सुदीक्षा जिस बाइक पर बैठी थी, वो बाइक उसका चचेरा भाई चला रहा था. साथ ही सुदीक्षा जिस बाइक पर बैठी थी, उसकी टक्कर पीछे से बुलेट से हुई थी. इससे सुदीक्षा नीचे गिरी थी और उसकी मौत हो गई थी. पुलिस ने छेड़छाड़ की वारदात को सिरे से खारिज कर दिया.
वहीं पुलिस का कहना है कि सुदीक्षा के परिवार वालों के बयान के मुताबिक बताया गया था कि बुलेट से टक्कर हुई थी. इसके बाद बुलंदशहर में 10 हजार बुलेट है, सबको चेक किया गया. 100 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले गए. जिसमें घटना के पहले सभी सीसीटीवी में बुलेट सवार सुदीक्षा की बाइक से आगे ही जाता हुआ दिखाई दिया. लिहाजा आगे चलने वाला शख्स छेड़छाड़ नहीं कर सकता.
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पुलिस के मुताबिक बुलेट चला रहे दीपक और उसके पीछे बैठे राजू को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दीपक ने बताया कि उसके सामने अचानक से एक ऑटो आ गया था, जिसे बचाने के चक्कर मे इमरजेंसी ब्रेक लगानी पड़ी. फिर पीछे से वो बाइक, जिसमें सुदीक्षा बैठी थी, आकर टकराई. इससे सुदीक्षा गिर गई और उसकी मौत हो गई.
बुलेट का रंग बदला
पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने बुलेट को मिलिट्री रंग से रंग दिया था. बुलेट का कलर चेंज कर दिया गया था और पहियों को बदल दिया गया था. कई पार्ट्स निकाल कर छुपा दिए गए थे. बुलेट मॉडिफाई करने वालों ने भी कबूला कि उन्होंने बुलेट मॉडिफाई की थी.