
दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान हुई व्यापक हिंसा के अगले दिन मंगलवार को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के बेटे पर हमले की खबर आई है. योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर के बेटे पर हमले की कोशिश हुई है.
जानकारी के मुताबिक, घटना के वक्त ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर मऊ के कसारा में जनसभा से लौट रहे थे. मंगलवार की शाम करीब 4.30 बजे जनसभा से लौटते वक्त रसड़ा के नजदीक गढ़िया रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक बाइक सवार चार बदमाशों ने उनका काफिला रोक लिया और हमले की कोशिश की.
अरविंद राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. अरविंद राजभर के निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हमला करने वालों बदमाशों से बचाया और अरविंद राजभर ने भागकर अपनी जान बचाई.
इस बीच हमलावर युवकों और अरविंद राजभर के निजी सुरक्षाकर्मियों के बीच हाथापाई भी हुई. बताया जा रहा है कि हमलावरों ने अरविंद राजभर के काफिले को बीच रास्ते में रोक लिया और उनकी गाड़ी के बोनट और दरवाजे के शीशे तोड़ने की कोशिश की.
अरविंद राजभर ने रसड़ा थाना के SO से अज्ञात हमलावरों के खिलाफ शिकायत की. अरविंद की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. बता दें की अरविंद के पिता ओपी राजभर ने मंगलवार की सुबह ही SC/ST ऐक्ट में बदलाव को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पक्ष में बयान दिया है.
ओपी राजभर ने कहा कि वह खुद दलित हैं, लेकिन ऐक्ट में बदलाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पक्ष में हैं. ओपी राजभर ने कहा कि दहेज कानून की तरह ही इस ऐक्ट के तहत भी निर्दोषों को फंसाया जाता है.