Advertisement

पढ़ें: मुंबई की झुग्गी से Oscar के रेड कार्पेट पर पहुंचे सनी की कहानी

एकेडमी अवॉर्ड्स में पहुंचे देश के नन्हें कलाकार सनी पवार ने यह साबित कर दिखाया कि सफलता हालिस करने की कोई उम्र नहीं होती और इसके लिए आपका अमीर होना भी जरूरी नहीं है. महज 10,000 की सैलरी पाने वाले पिता के बेटे ने कैसे अंतरराष्ट्रीय फिल्मी जगत का दिल जीता और सनी की कामयाबी से आप क्या सीख सकते हैं ये जानिये...

हॉलीवुड फिल्म 'लॉयन' के लिए ऑस्कर में पहुंचे भारतीय नन्हें कलाकार सनी पवार हॉलीवुड फिल्म 'लॉयन' के लिए ऑस्कर में पहुंचे भारतीय नन्हें कलाकार सनी पवार

इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने छोटे या कितने उम्रदराज हैं. एकेडमी अवॉर्ड में शामिल होना किसी भी व्यक्त‍ि के लिए स्पेशल ही होता है. 8 साल के सनी पवार के लिए भी यह किसी सपने का सच होने जैसा है. एक गरीब परिवार से आने वाले सनी कैसे पहुंच गए ऑस्कर में, जानिये उनके कामयाबी की कहानी...

LIVE: 'द जंगल बुक' को मिला बेस्ट विजुअल इफेक्ट्स का Oscar

Advertisement

लॉस एंजेलिस में शुरू हुए 89वें ऑस्कर समारोह में रेड कारपेट पर जब 8 साल के सनी पवार पहुंचे तो सबकी आंखों में चमक आ गई. खूबबसूरत अदाकारों ने उन्हें गले लगाया.

ऑस्कर में शामिल होना किसी भी कलाकार के लिए सम्मान की बात है. 8 साल के इस नन्हें कलाकार ने ऑस्कर का हिस्सा बनकर यह साबित कर दिखाया है कि हुनर और हौसला हो तो किसी भी उम्र में सफलता हासिल की जा सकती है.

#OSCAR से जुड़ी ये 11 बातें नहीं जानते होंगे आप...

89वें ऑस्कर समारोह में पहुंचने वाले सनी देश और दुनिया के सबसे कम उम्र के कलाकार हैं.

सनी अपनी फिल्म 'लॉयन' के लिए यहां पहुंचे. वो फिल्म में दरअसल, अपने को-स्टार देव पटेल की बचपन की भूमिका निभा रहे हैं.

सनी पवार ने जिस अंदाज में मीडिया से बात की और कॉन्फ‍िडेंट नजर आए, उसे देखकर यह तो निश्च‍ित तौर पर कहा जा सकता है कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान छोड़ने वाला एक और कलाकार तैयार हो चुका है.

Advertisement

जानिये सनी के स्टार बनने की कहानी...

OMG! ऑस्कर जा रही है बॉलीवुड की 'मस्तानी' दीपिका

मुंबई में कलिना के पास एक छोटी सी बस्ती में रहने वाले सनी पवार के पिता दिलीप पवार को जब ये मालूम हुआ कि उनका बेटा हॉलीवुड फिल्म के एक महत्वपूर्ण रोल के लिए चुना गया है तो उनकी आंखें नम हो गईं. वो खुश थे, पर अंदर से डरे हुए भी. सनी ये सब कैसे कर पाएगा, कहीं उसका बचपन तो दाव पर नहीं लग रहा... कई सवाल. पर सनी के सपने को सच होता देख वो खुश भी थे. बड़ी चुनौती और बड़ा मौका.

सनी अक्सर अपनी मां से एक्ट‍िंग की बात करते थे. खासतौर से टीवी पर आने का उनका बड़ा मन करता था. पर हर बार सनी की मां वासु यही कह कर समझातीं कि हमारी और उनकी दुनिया बहुत अलग है. वहां पहुंचने का कोई रास्ता हमारे पास नहीं है.

जानिए हिंदी सिनेमा की वो फिल्‍में, जो ऑस्‍कर में हुईं नामांकित

सनी गर्वमेंट एयर इंडिया मॉडर्न स्कूल में पढ़ाई करते हैं और एक उस स्कूल में 'लॉयन' की कास्ट‍िंग टीम पहुंची. टीम ने कई स्कूल के बच्चों का ऑडिशन लिया, पर सनी पसंद आए.

सनी के पिता हर महीने 10,000 रुपये की सैलरी पाते हैं. फिल्म मिलने के बाद दिलीप ने अपनी पूरी सैलरी सनी की तैयारियों में लगा दी.

Advertisement

'ला ला लैंड' ने की 'टाइटैनिक' की बराबरी, ऑस्कर्स में मिले 14 नॉमिनेशन

सनी ने न केवल अपने माता-पिता की जिंदगी बदल दी, बल्‍क‍ि मलीन बस्ती में रहने वाले उन लोगों के लिए भी नजीर बन गए, जो ये मान लेते हैं कि गरीबी और बदकिस्मती उनकी नियती में है.

फिल्म पूरी होने के बाद सनी जब घर वापस लौटे तो उनकी बस्ती में लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया.

जानिये सनी के बारे में कुछ और भी...

- सनी पवार की फेवरिट फिल्म ऋतिक रोशन की फिल्‍म 'कृष' है.

- सनी 'लायन' के बाद 'लव सोनिया' में नजर आने वाले हैं.

- फिल्म 'लायन' में सरू के रोल के लिए सनी ने करीब 2000 बाल कलाकारों को बीट किया है.

ऑस्कर 2017: 'स्लमडॉग मिलेनियर' का यह स्टार क्या बना पाएगा रिकॉर्ड

- सनी 'लायन' के पहले प्रीमियर को अटेंड नहीं कर पाए थे, क्योंकि उनका वीजा नहीं बन पाया था.

- सनी को जब यह फिल्म मिली थी तब सनी को अंग्रेजी बोलनी नहीं आती थी.

- सनी को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है और क्रिकेट की वजह से ही वो हॉलीवुड एक्ट्रेस निकोल किडमैन और डेविड वेनहैम के बेहद करीब भी आ गए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement