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सुपौल कांड: छात्राओं को पीटने वाले 2 दरिंदे गिरफ्तार, छापेमारी जारी

दरभंगा आईजी पंकज दरद ने बताया क‍ि सभी आरोपियों को पहचान लिया गया है. उनके रहने के ठिकानों पर छापे मारे गए जिसमें 2 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं. इस मामले में कुल 19 आरोपी बनाए गए जिनमें से 8 नामजद हैं.

अस्पताल में भर्ती छात्राएं (फोटो- रोहित कुमार सिंह) अस्पताल में भर्ती छात्राएं (फोटो- रोहित कुमार सिंह)
राहुल विश्वकर्मा/रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 07 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 7:01 AM IST

ब‍िहार के सुपौल में छेड़खानी का विरोध करने पर 34 छात्राओं की बेरहमी से पिटाई मामले में गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया है.  हमले को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर ट्वीट के जरिए हमला किया तो पुलिस को भी एक्शन में आना पड़ा.

सुपौल के त्रिवेणीगंज में कस्तूरबा गांधी आवासीय हाई स्कूल में छात्राओं पर हमले की घटना ने तूल पकड़ लिया है. हमले को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर ट्वीट के जरिए हमला किया. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में यह लिखा था  कि 'बिहार में सुपौल के त्रिवेणीगंज के कस्तूरबा गांधी गर्ल्स स्कूल में घुसकर असामाजिक तत्वों द्वारा हॉस्टल में रहने वाली 34 छात्राओं को बुरे तरीके से मारा-पीटा गया है. बेख़ौफ गुंडों की मार से घायल सभी छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सरकार नरम है, अपराध चरम पर है.'

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इसके बाद बिहार पुलिस ह‍रकत में आई.  दरभंगा आईजी पंकज दरद ने बताया क‍ि सभी आरोपियों को पहचान लिया गया है और उनके रहने के ठिकानों पर छापे मारे गए, जिसमें 2 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं. इस मामले में कुल 19 आरोपी बनाए गए जिनमें से 8 नामजद हैं. एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है.

गौरतलब है कि सुपौल की घटना शनिवार शाम की है जब बाकी दिनों की तरह गांव के कुछ युवक इस आवासीय स्कूल की दीवार पर अश्लील और भद्दी बातें लिख रहे थे. ये देख छात्राओं ने इसका विरोध किया. नाराज छात्राओं ने एक युवक को जमकर डांट लगाई जिसके बाद कुछ ही मिनटों में गांव के 2 दर्जन से भी ज्यादा लड़के लाठी डंडों के साथ स्कूल में पहुंच गए और छात्राओं पर हमला कर दिया.

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इस घटना में तकरीबन 34 लड़कियां बुरी तरीके से घायल हो गई थीं. थोड़ी देर बाद जब प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो एंबुलेंस के साथ स्कूल पहुंचे और एक-एक करके सभी छात्राओं को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया. इस दौरान कई छात्राओं के शरीर से खून बह रहा था और दर्द से कराह रही थीं.

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