Advertisement

CAA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कुल 22 याचिकाएं, कल होगी सुनवाई

अब इस विरोध ने कानूनी रूप भी ले लिया है, सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को इस कानून के खिलाफ 22 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है. विपक्षी पार्टी समेत कई हस्तियों की तरफ से इस कानून का विरोध किया गया है, जिसमें इस संविधान के खिलाफ बताया गया.

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में दायर है याचिका (फोटो: PTI) नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में दायर है याचिका (फोटो: PTI)
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 17 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 11:13 AM IST

  • नागरिकता संशोधन एक्ट पर बुधवार को सुनवाई
  • सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई हैं 22 याचिकाएं
  • असदुद्दीन ओवैसी, महुआ मोइत्रा ने भी दायर की है याचिका

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ाई चल रही है. अब इस विरोध ने कानूनी रूप भी ले लिया है, सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को इस कानून के खिलाफ 22 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है. विपक्षी पार्टी समेत कई हस्तियों की तरफ से इस कानून का विरोध किया गया है, जिसमें इस संविधान के खिलाफ बताया गया.

Advertisement

सुप्रीम कोर्ट में जिन याचिकाओं पर सुनवाई होनी है, उनकी लिस्ट इस प्रकार है...

1.    इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) - कपिल सिब्बल, वकील

2.    पीस पार्टी

3.    रिहाई मंच और सिटीजन्स अगेंस्ट हेट (NGO) -  फौज़िया शकील

4.    एम एल शर्मा

5.    महुआ मोइत्रा

6.    वकील एहतेशाम हाशमी

7.    जयराम रमेश

8.    प्रद्योत किशोर देव बर्मन

9.    पूर्व आईएएस अधिकारी सोम सुंदर बरुवा, अमिताभ पांडे और आईएफएस देव मुखर्जी बर्मन

10.    जन अधिकार मंच

11.    सिम्बॉयसिस स्टूडेंट

12.    ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन

13.    असम के नेता डी सैकिया, MP अब्दुल खालिक, रूपज्योति कुमारी

14.    केरल (त्रिसूर) से सांसद टीएन प्रथापन

15.    असदुद्दीन ओवैसी- निजाम पाशा (वकील)

16.     यूनाइटेड हेट- मृगांक प्रभाकर

17.    कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम

18.    जमीयत उलेमा ए हिन्द

19.    हर्ष मंदर, अरुणा रॉय, निखिल देव, इरफान हबीब और प्रभात पटनायक

Advertisement

20.    डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन

21.    मुस्लिम एडवोकेट एसोसिएशन

22.    नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन चल रहा है. दिल्ली के जामिया में हुई हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज ही सुनवाई होनी है. जामिया यूनिवर्सिटी के अलावा देश की कुल 22 यूनिवर्सिटियों इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.

बता दें कि कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां इस कानून का विरोध कर रही हैं और इसे संविधान विरोधी करार दे रही हैं. आज ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास जाएंगे और इस मसले पर बात करेंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement