
अयोध्या केस में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने वकील राजीव धवन को हटा दिया है. जमीयत के इस कदम के बाद राजीव धवन के समर्थन में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) उतर आया है. मुस्लिम लॉ बोर्ड ने कहा कि हम वरिष्ठ वकील राजीव धवन के प्रति आभारी हैं. बाबरी मस्जिद केस में उनके असाधारण और अतुलनीय प्रयासों के लिए आभारी हैं. हमें उम्मीद है कि रिव्यू याचिका दायर होने पर वे फिर से हमारा प्रतिनिधित्व करेंगे.
मुस्लिम लॉ बोर्ड के प्रवक्ता खालिद सईफुल्लाह रहमानी ने कहा कि राजीव धवन हमेशा न्याय और एकता के प्रतीक रहे हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में राजीव धवन के सम्मानित नेतृत्व के तहत अपने प्रयासों को जारी रखेगा.
अयोध्या केस से हटाए जाने के बाद राजीव धवन ने कहा कि बाबरी केस के वकील (एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड) एजाज मकबूल ने मुझे बर्खास्त कर दिया है जो जमीयत का मुकदमा देख रहे हैं. बिना किसी डिमोर के मुझे बर्खास्तगी का पत्र भेजा गया है. बता दें, राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में सुन्नी वक्फ बोर्ड और अन्य मुस्लिम पार्टियों का पक्ष रखा था.
उन्होंने कहा कि अब वे इस मामले में शामिल नहीं होंगे. धवन ने कहा, मुझे बताया गया है कि मदनी ने मेरी बर्खास्तगी के बारे में कहा है. मेरी तबीयत का हवाला देते हुए मुझे हटाया गया है जो कि बिल्कुल बकवास बात है. इस बाबत राजीव धवन ने एजाज मकबूल को एक चिट्ठी भी लिखी है.