
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई जारी है. सोमवार को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन ने अपनी दलील रखना जब शुरू किया तो उन्होंने कुछ ऐसा कहा जिसपर हिंदू पक्ष ने सवाल खड़े कर दिए. राजीव धवन ने कहा कि अदालत के अधिकतर सवाल मेरी तरफ ही होते हैं, दूसरी ओर कोई सवाल नहीं होते हैं. जिसपर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताई.
राजीव धवन ने अपनी दलीलों के दौरान अदालत में कहा कि मैंने सुनवाई के दौरान एक बात नोटिस की है कि आपके सभी सवाल मेरी तरफ होते हैं, उनकी (हिंदू पक्ष) की ओर कोई सवाल नहीं होते हैं. लॉर्डशिप आप उनसे भी कुछ सवाल पूछ सकते हैं.
इसपर हिंदू पक्ष की ओर से सीएस वैद्यनाथन ने आपत्ति जताई और कहा कि ये पूरी तरह गलत बयान है, ऐसा कहने की जरूरत नहीं है. इसपर राजीव धवन ने जवाब दिया कि ये बिल्कुल भी गलत नहीं है, मैं जवाब देने के लिए बाध्य हूं. लेकिन सभी सवाल मेरे लिए ही क्यों हो रहे हैं?
राजीव धवन के इस बयान को कोर्ट ने पूरी तरह से इग्नोर किया और कहा कि आप सिर्फ उन सवालों का जवाब देते हैं, जो हम पूछते हैं.
आपको बता दें कि अयोध्या केस की सुनवाई का सोमवार को 38वां दिन है और मुस्लिम पक्ष की दलील का ये आखिरी दिन है. इस केस की सुनवाई 17 अक्टूबर तक पूरी होनी है, बाकी दिनों को हिंदू पक्ष के लिए रिजर्व रखा गया है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से 18 अक्टूबर सुनवाई खत्म करने की तारीख रखी गई थी, जिसे बाद में 17 अक्टूबर कर दिया गया था.
सोमवार को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन ने अपनी दलीलें शुरू कीं तो उन्होंने कहा कि हिंदू पक्ष को कभी भी आंतरिक हिस्से का अधिकार नहीं था, हिंदू पक्ष को सिर्फ बाहरी क्षेत्र में पूजा का अधिकार मिला था.