
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि
मामले में गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ ही
मंगलवार को कोर्ट ने बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन
को आगाह करते हुए ऑप्शन भी दिए. जबकि श्रीनिवासन ने अपनी गलती स्वीकार
करते हुए कहा कि उन्हें बैठकों में हिस्सा नहीं लेना चाहिए था.
कोर्ट ने श्रीनिवासन से कहा कि अगर वह चाहते हैं कि कोर्ट उनके खिलाफ आदेश न सुनाए तो चार ऑप्शन बचते हैं. कोर्ट ने उनसे कहा कि या तो आप बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें या फिर मुद्गल समिति की रिपोर्ट में उजागर नामों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अलग समिति का गठन करें.
कोर्ट ने श्रीनिवासन को दो अन्य ऑप्शन देते हुए कहा कि आप चाहें तो बीसीसीआई गर्वनिंग काउंसिल भी मामले में कार्रवाई कर सकती है. या फिर मुद्गल समिति खुद मामले में एक्शन ले.
इससे पहले सोमवार को सुनवाई के दौरन सुप्रीम कोर्ट ने श्रीनिवासन पर जिम्मेदारी डाल दी थी और वह अपने हितों के टकराव पर बात करें. कोर्ट ने महसूस किया कि फिक्सिंग मामले में मय्यपन के शामिल होने को श्रीनिवासन के हितों में टकराव से अलग नहीं रखा जा सकता है.
दूसरी ओर, श्रीनिवासन ने अध्यक्ष पद की रेस से खुद को बाहर नहीं किए जाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि मुझे दोषी ठहराने का कोई आधार नहीं है.