
महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार से बातचीत की थी. इस बात की पुष्टि शरद पवार के बाद अब सुप्रिया सुले ने भी की है. एनसीपी नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने आज तक से खास बातचीत में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझ पर उदारता दिखाई और विश्वास जताया इसके लिए मैं दिल से शुक्रगुजार हूं लेकिन शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को नकार दिया था.
सुप्रिया सुले के इस बयान के बाद यह साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री का ऑफर दिया था. इसके लिए बीजेपी को महाराष्ट्र में एनसीपी समर्थन देती. सुप्रिया सुले ने कहा कि महाराष्ट्र जो कुछ भी मुझसे उम्मीद रखेगा, मैं नैतिक रूप से उसे करने के लिए बाध्य हूं. मैं एक संतुष्ट सांसद हूं. मैं अपना काम जारी रखूंगी.
सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है. उन्होंने अपनी पार्टी को अप्रत्याशित रूप से संभाला है. अजित पवार के सवाल पर सुप्रिया सुले ने कहा कि वे पार्टी के एक भरोसेमंद नेता हैं, वे हमारे नेता हैं. साफ तौर पर उनका भी रोल तय है. अजित पवार एक सशक्त आदमी हैं जो अपना बचाव खुद कर सकते हैं, उन्हें मेरे बचाव की जरूरत नहीं है.
राज्य की सेवा करते रहेंगे
सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि मैं किसी की हार या जीत नहीं देखती हूं मैं ऐसा बिल्कुल नहीं सोचती हूं जिस पर भी जिम्मेदारियां हैं लोगों ने हमें जिम्मेदारी दी है हम लोग देश और राज्य की सेवा करते रहेंगे. मीडिया में आज आया है मैं उनकी राजनीति 50 साल से देखती आई हूं. 50 साल से वह राजनीति में हैं. लोगों का विश्वास उन्होंने पाया है. अच्छे-बुरे वक्त में लोग जो हमारे साथ खड़े रहे मैं उसको ज्यादा महत्व देती हूं.
अजित पवार से जुड़े सवाल पर सुप्रिया सुले बोलीं कि यह चीज होती रहती है. इट्स पार्ट ऑफ लाइफ, जिंदगी का हिस्सा है यह. उन्होंने आगे कहा कि हर एक की लाइफ में अच्छे बुरे दिन आते हैं. सिर्फ हमारी पब्लिसिटी होती है इसलिए ज्यादा लगता है. जो शांति मेरे पिता और मां ने दिखाई कभी कोई भी मुश्किल हो एक्सट्रीम इमोशन नहीं दिखानी चाहिए. अपना राशनल थिंकिंग हिल जाता है अपना मन और दिल साफ हो तो कोई चिंता की बात नहीं है.
प्रधानमंत्री से रिश्ते में कोई कटुता नहीं
पीएम के ऑफर पर उन्होंने कहा कि जो महाराष्ट्र की राजनीति के संस्कार हैं. हम हर पार्टी से अच्छा व्यवहार रखते हैं. कोई विरोध नहीं है. यह राजनीति है. महाराष्ट्र का कल्चर रहा है. पूरे दिन हम एक-दूसरे पर कितना टीका-टिप्पणी करें, भीतर हमारे संबंध अच्छे हैं. उन्होंने आगे कहा कि उस मीटिंग में हम थे नहीं. दो बड़े लोग बात करते हैं तो उसमें बोलना ठीक नहीं है. पर मैं प्रधानमंत्री की तहे दिल से आभारी हूं. उन्होंने जो विश्वास एनसीपी पर दिखाया है यह पीएम का बड़प्पन है. प्रधानमंत्री से रिश्ते में कोई कटुता नहीं. अगर आप किसी परिवार को मैं किसी सदस्य को हां या ना बोले तो कटुता नहीं आती है यह तो सच्चाई है.
स्कूलों में काउंसलिंग की जरूरत
हैदराबाद की घटना पर सुप्रिया ने कहा कि हमारी पार्टी की तरफ से मांग ऐसी है कि हमने नियम कायदे तो बनाए हैं लेकिन फास्ट्रेक करके 3 महीने के भीतर इंक्वायरी खत्म होनी चाहिए. समय के अनुसार नियमित तौर पर काउंसलिंग की जरूरत है. स्कूल में काउंसलिंग हो. समाज बदल रहा है स्कूल में इसकी काउंसलिंग होना चाहिए. अच्छे संस्कार देने की जरूरत है. जैसे दहेज को लेकर कानून बना तो अभी भी दहेज की घटनाएं तो कम हुई है मगर जीरो पर नहीं पहुंची.
पवार की विरासत पर रखा अपना पक्ष
राजनीतिक विरासत पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि पवार साहब की विरासत पब्लिक लाइफ की विरासत है. यह कोई शहर या घर नहीं है, किसी की प्रोपर्टी नहीं है. वह भी अभी भाई जी चौहान साहब की विरासत चला रहे हैं. सामाजिक जिंदगी में जो उनके विचारों को आगे लेकर जाएगा उनकी जितनी मेहनत करेगा वही उनका उत्तराधिकारी होगा. एक से ज्यादा भी उत्तराधिकारी हो सकते हैं.