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सर्जिकल स्ट्राइक की PAK पर बड़ी मार, आतंकियों को शरण देने वाले ISI के आका पर गिरेगी गाज

पाकिस्तान में घुसकर इंडियन आर्मी के सर्जिकल स्ट्राइक ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. भले ही पाकिस्तान किसी सर्जिकल स्ट्राइक से ऊपर-ऊपर इनकार कर रहा हो लेकिन अंदरखाने पूरा पाकिस्तानी सिस्टम हिला हुआ है.

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के डीजी हैं रिजवान अख्तर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के डीजी हैं रिजवान अख्तर
संदीप कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 9:31 AM IST

पाकिस्तान में घुसकर इंडियन आर्मी के सर्जिकल स्ट्राइक ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. भले ही पाकिस्तान किसी सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार कर रहा हो लेकिन अंदरखाने पूरा पाकिस्तानी सिस्टम हिला हुआ है. भारत के आक्रामक रुख का असर ये हुआ है कि एक तरफ जहां पीओके समेत कई इलाकों में आतंकी कैंपों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं पाकिस्तान की सरकार ने खुफिया एजेंसी आईएसआई और सेना पर आतंकियों की मदद रोकने का दबाव भी बढ़ा दिया है.

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ISI के डीजी को हटाने की प्रक्रिया शुरू
इसमें सबसे पहले गाज गिरने वाली है पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के डीजी रिजवान अख्तर पर. पाकिस्तान के अखबार 'द नेशन' की रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही आईएसआई के डीजी हटाए जा सकते हैं. इसके लिए प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है. रिजवान अख्तर को 2014 में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की कमान सौंपी गई थी. हालांकि, सेना ने इस तरह के किसी बदलाव से अभी इनकार किया है.

आतंकियों को शरण देती है ISI
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आईएसआई और सेना ही भारत के खिलाफ आतंकियों को शरण देने का प्रमुख जरिया हैं. लेकिन भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब पाकिस्तान में आतंकी ताकतों को मदद रोकने की मांग तेज हो रही है.

सर्जिकल स्ट्राइक को नकारता रहा है PAK
गौरतलब है कि 28-29 सितंबर की रात भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल ऑपरेशन किया था और आतंकी ठिकानों और लॉन्चिंग पैड्स को तबाह किया था. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 50 से अधिक आतंकी मार गिराए थे और उनके बचाव में आए पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान पहुंचाया था. भारत ने इस सर्जिकल ऑपरेशन का खुलेआम ऐलान कर अपनी कूटनीति के साथ ही बदले हुए विदेश नीति का संकेत भी दिया. इसके बाद पाकिस्तानी हुक्मरानों ने इसे सिरे से खारिज तो किया लेकिन सीमा पार बढ़ी सियासी गतिविधियां पाकिस्तान के इन दावों को झूठला रही है.

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लेकिन क्यों घबराया हुआ है PAK
सर्जिकल ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया और कश्मीर पर प्रस्ताव भी पास किया. इसके अलावा तमाम विपक्षी दलों ने नवाज शरीफ सरकार को घेरा. यहां तक कि नवाज की पार्टी के एक सांसद ने तो ये सवाल भी पूछ डाला कि हाफिज सईद जैसे आतंकियों को पाकिस्तान क्यों पाल रहा है?

फिर सर्जिकल स्ट्राइक करेगा भारत!
इस बीच खबर आई कि सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान में उपजे हालात पर चर्चा के लिए नवाज शरीफ ने जो बैठक बुलाई उसमें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सीएम ने आईएसआई चीफ को कड़ी फटकार लगाई और आतंकियों को मदद देने की नीति के लिए जमकर कोसा. पंजाब प्रांत के सीएम शाहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मौजूदगी में ही आईएसआई के महानिदेशक जनरल रिजवान अख्तर को सख्त चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर आपने आतंकियों पर नकेल नहीं लगाई तो अंतरराष्ट्रीय जगत पाकिस्तान को अलग-थलग कर देगा. माना जाता है कि इसके बाद पाक एनएसए नासिर जंजुआ ने रिजवान अख्तर को चार सीमाई राज्यों का दौरा कर आतंकियों पर लगाम लगाने का आदेश देने के लिए कहा था. साथ ही भितरखाने ये भी खबर है कि अगर पाकिस्तान ने  आतंकियों पर नकेल नहीं कसी तो इंडियन आर्मी एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी में है.

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नवंबर में रिटायर होंगे राहिल शरीफ
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ दो महीने बाद यानी 26 नवंबर को रिटायर होंगे. जबकि नवाज शरीफ की सत्ता की उम्र अभी पौने दो बरस बची हुई है. लेकिन राहिल शरीफ ने जाते-जाते ऐसा बंदोबस्त करना शुरू कर दिया है. जिससे पाकिस्तान में प्रधानमंत्री सेना के हाथों की कटपुतली बने रहे. सेना के पांच अफसर ऐसे हैं जिनमें से कोई एक नवंबर के बाद पाकिस्तान का जनरल हो जाएगा. लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पेंच फंसा हुआ है. बड़ा सवाल ये भी है कि क्या- राहिल शरीफ शराफत से जाएंगे...या फिर माहौल ऐसा बनेगा कि उन्हें एक्सटेंशन देने के सिवा पाक सरकार के पास कोई चारा न हो.

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