Advertisement

सुशांत के करीबी दोस्त ने बताया हाल, उसके सुसाइड से कैसे टूट गया था परिवार

संदीप ने कहा कि पवित्र रिश्ता के जरिए टीवी के टॉप पर होने के बाद उसने टीवी छोड़ दिया और फिल्मों के लिए तीन साल घर बैठ कर तैयारी की. मुझे याद है कि जब मैंने उसे सरस्वती चंद सीरियल ऑफर किया तो उसने मुझे समझाया था बैठ कर कि मुझे कुछ और करना है.

सुशांत सिंह राजपूत सुशांत सिंह राजपूत
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 8:05 PM IST

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद तकरीबन डेढ़ महीने तक चीजें काफी शांत रहीं, लेकिन सुशांत के पिता द्वारा बिहार पुलिस को दी गई FIR के बाद अचानक ढेरों सवाल खड़े हो गए हैं. आज तक के साथ खास बातचीत में सुशांत सिंह रापजूत के दोस्त संदीप सिंह ने बताया कि किस तरह मौत के बाद सुशांत का परिवार बुरी तरह टूट गया था.

Advertisement

संदीप ने बताया, "वो एक खुशमिजाज लड़का था. उसे खुद पर बहुत कॉन्फिडेंट था. उसे पता था कि उसे क्या चाहिए. उसके सही और गलत का अंदाजा बहुत अच्छी तरह था. पवित्र रिश्ता के जरिए टीवी के टॉप पर होने के बाद उसने टीवी छोड़ दिया और फिल्मों के लिए तीन साल घर बैठ कर तैयारी की. मुझे याद है कि जब मैंने उसे सरस्वती चंद सीरियल ऑफर किया तो उसने मुझे समझाया था बैठ कर कि मुझे कुछ और करना है. वो हमेशा डांस और अपने डांस, फिटनेस और बाकी चीजों में लगा रहता था. वो एनिमल लवर था ."

उन्होंने बताया, "जब हमें इस बारे में पता चला तो मैं शॉक्ड था 10 मिनट तक कुछ समझ नहीं आया. पुलिस ऊपर नहीं जाने दे रही थी तो हम नीचे ही खड़े थे. जब उसकी डेडबॉडी को लेकर चले गए तो पुलिस ने हमारा नंबर दिया और बताया कि पोस्टमार्टम के लिए उसकी बॉडी को कहां ले जा रहे हैं. मैं अपने दोस्तों के साथ लिफ्ट के पास ही खडा़ था क्योंकि पुलिस किसी को भी परमिशन नहीं दे रही थी. पुलिस ने किसी को भी ऊपर नहीं जाने दिया था. हम ऊपर तब जा सके जब उसकी डेडबॉडी को वो वहां से ले गए थे."

Advertisement

विक्की की फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक से अलग होगी अमित की अवरोध, जानिए कैसे

31 जुलाई को मिलेगा एंटरटेनमेंट का सुपर डोज, रिलीज होंगी ये फिल्में

सब खामोश थे, रो रहा था स्टाफ

"नीतू दीदी और बाकी लोग कुछ नहीं बोल पा रहे थे. घर पर सिर्फ एक मैनेजर और तीन या चार नौकर थे. सब सदमे में थे और रो रहे थे. पुलिस अपनी फॉर्मैलिटी अच्छी तरह से कर रहे थे. नीतू दीदी तो बहुत ब्लैंक थीं. उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि उनके गुलशन ने ऐसा कर कैसे लिया. मैं सरकार से ये अनुरोध करना चाहता हूं कि ये मामला सीबीआई के पास चला जाए. अगर लोगों को ये भी लगता है कि मैं हत्यारा हूं तो भी सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि जो भी सच है वो सभी के सामने आ जाए."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement