
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को एक बार फिर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार पर घोटालों के आरोप में निशाना साधा. हालांकि इस बार मोदी का सीधा निशाना लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती पर है, जो आरजेडी की राज्यसभा सांसद हैं. मोदी ने कहा कि मीसा भारती की मिशेल कम्पनी बंद थी. न तो उसका कोई टर्न ओवर है, न कोई कर्मचारी, न कोई व्यापार तो ऐसी बंद पड़ी कंपनी के दस रुपये के शेयर को 100 रुपये में कोई क्यों खरीदेगा?
सुशील मोदी ने खुद ही जवाब भी दिया और कहा कि 8 हजार करोड़ रुपये की मनी लाँन्ड्रिग के मामले में 21 मार्च 2017 को गिरफ्तार वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन ने ये शेयर 100 रुपये में खरीदे थे. और फिर मीसा भारती को ही 10 रूपये में बेच दिया. ये सब तब हुआ जब लालू प्रसाद यादव केन्द्रीय रेल मंत्री थे और उसी समय जमीन की खरीद फरोख्त हुई.
1 लाख की पूंजी लगाकर मीसा ने खोली कंपनी
मोदी ने कहा कि मीसा भारती ने 2001 में मात्र एक लाख की पूंजी लगा कर ये कम्पनी खोली थी, जिसका नाम मिशेल पैकर्स एण्ड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड है. अब इस कम्पनी के जरिए मीसा भारती 50 करोड़ की मालकिन बन गई हैं. यहीं नही रेलमंत्री के तौर पर लालू प्रसाद यादव को 25 तुगलक रोड पर सरकारी आवास आवंटित हुआ था, उसका इस्तेमाल इस कम्पनी के पते के रूप में भी किया गया. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी बंगले का इस्तेमाल व्यापारिक कामों के लिए नहीं किया जा सकता, ये कानून है.
सुशील मोदी ने आगे खुलासा करते हुए कहा कि 2008-2009 में जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे तब इस कम्पनी को बिना ब्याज का 48 लाख रुपये का कर्ज मिला. इस बंद पड़ी कम्पनी को कर्ज कैसे मिला, वो भी बिना ब्याज केय सवाल है कि वो कौन लोग थे, जिन्होंने ये कर्ज दिए. मिशेल कम्पनी की बैंलेंस सीट में इसका कहीं जिक्र नहीं है. मोदी का आरोप है कि अधिकांश ट्रांजेक्शन तब हुए जब लालू प्रसाद यादव रेलमंत्री थे.
लालू का काला धन हुआ सफेद
मोदी का ये भी आरोप है कि राज्य सभा सांसद और लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती ने अपनी बंद पड़ी कंपनी मिशेल पैकर्स एंड प्रिन्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के 10 रुपये के शेयर 100 रुपये में 25 अक्टूबर 2008 को बेचकर 1 करोड़ 20 लाख रुपये बनाए. इस प्रकार 1 करोड़ 20 लाख रुपया लालू परिवार का काला धन वीरेन्द्र जैन की कम्पनी शालिनी के माध्यम से सफेद बनाने का प्रयास किया गया. और इसी 1 करोड़ 41 लाख रुपये से 2008-09 में दिल्ली के सबसे महंगे इलाके बिजवासन में 26 नम्बर पालम फॉर्म खरीदा गया. इस फॉर्म की मौजूदा कीमत 50 करोड़ रुपये है.
इसके साथ ही बीजेपी नेता ने आरजेडी के पूर्व विधान परिषद सदस्य अनवर अहमद के को-ऑपरेटिव बैंक के जरिए लालू पर काले धन को सफेद करने का आरोप लगाया. हाल ही में इस बैंक पर सीबीआई का छापा भी पड़ा है. मोदी ने कहा कि इस बैक में सैकड़ों बेनामी खाते खोले गए जिसे सीबीआई ने सीज कर दिया है. उसी बैंक में लालू प्रसाद यादव का भी खाता है, जिसके चेक के जरिए जमीन का सौदा हुआ. मोदी ने कहा कि इसका खुलासा वो बाद में करेंगे.
मीसा ने EC को नहीं दिया ब्यौरा
मोदी ने मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार सुरेंद्र जैन के मामले में ईडी जांच कर रहा है, उसी तरह मीसा भारती की संपत्ति की जांच भी होनी चाहिए. बीजेपी नेता ने सवाल उठाया कि मीसा भारती ने चुनाव आयोग को इस कम्पनी का ब्यौरा क्यों नहीं दिया? उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि वो बिहार से जुड़े मामले की जांच कराएं.
उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप भी लगाया कि वो किसी मामले की जांच नहीं करा रहे हैं. मोदी का दावा है कि लालू प्रसाद यादव का संबंध मनी लॉड्रिंग में गिरफ्तार सुरेन्द्र जैन और को-ऑपरेटिव बैंक के अनवर अहमद के साथ साथ उनके संबंध उन सभी लोगों से है, जो चारा घोटाले में उनकी मदद करते थे.