
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव में लगे हुए हैं. विपक्ष की ओर से लगातार हो रहे हमलों का मोदी जोरदार अंदाज में जवाब दे रहे हैं. इस बार जवाब देने के लिए उन्होंने ट्विटर का सहारा लिया है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की ओर से मुख्यमंत्री पर किए जा रहे लगातार हमले का जवाब देते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि करोड़ों रुपये के चारा घोटाले के तीन मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों और दो बेटियों-दामादों को बेनामी संपत्ति या कालाधन खपाने के मामले में जांच एंजेंसियों की कार्रवाई का सामना करना पड़ा रहा है. भ्रष्टाचार में डूबा यह परिवार उस मुख्यमंत्री पर कीचड़ उछाल रहा है, जिन्हें सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी के लिए मुफ्ती मोहम्मद सईद पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
उन्होंने कहा कि संपत्ति के मामले में बतौर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 22वें स्थान पर होना अपने आप में ईमानदारी का एक प्रमाण है.
उन्होंने मानवाधिकार और पर्यावरण के लिए जनआंदोलन करने वाली मेधा पाटकर पर भी हमला बोला और कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल के शिविर पर तीन दिन से जारी हमलों और बिहार के जवान मोजाहिद खान की शहादत से बेखबर मेधा पाटेकर बोधगया में पकड़े गए आतंकियों के परिवार से मिल कर हमदर्दी जता रही हैं. उन्हें खूंखार आतंकियों को पकड़ने वाले RAF के जवानों पर अंगुली उठाने से पहले शहीद परिवारों की व्यथा जाननी चाहिए. मेधा बताएं कि क्या आतंकियों को पकड़ना जनता की आवाज दबाना है?
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के अस्पतालों में 240 तरह की दवाएं मुफ्त में मिलेंगी जिसमें कैंसर, किडनी और डायबिटीज की दवाएं भी शामिल हैं. इसके अलावा रक्तदान के बदले रक्त देने को निःशुल्क करने का फैसला किया गया. राज्य सरकार IGIMS की क्षमता बढ़ाकर इसे 2500 बेड वाले विशिष्ट अस्पताल के रूप में विकसित करने जा रही है. डबल इंजन वाली एनडीए सरकार पीड़ित मानवता की सेवा में तत्पर है.