
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष और आरजेडी के नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर शराब माफिया से गलत तरीके से लाभ लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि एबी एक्सपोर्ट के डायरेक्टर पद से इस्तीफा देने के बावजूद तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री रहते इस कंपनी के लिए चेक जारी करते रहे. आखिर वे ऐसा किस हैसियत से करते रहे?
सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री बनने के ठीक एक दिन पहले 9 नवबंर 2015 को एबी एक्सपोर्ट के डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 9 फरवरी और 12 फरवरी 2016 को ओलिव ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड, नक्षत्र लिमिटेड और यश वी ज्वेल्स लिमिटेड के नाम से चेक जारी करते रहे.
मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने आयकर अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि सोने, डायमंड की जिन पांच कंपनियों ने एक-एक करोड़ के कुल पांच करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त लोन दिया, उसे वे नहीं जानते हैं. हैरत की बात है कि वे उन्हें बगैर जाने उन कंपनियों के नाम चेक जारी करते रहे. कितनी हास्यास्पद बात है कि उन्होंने अनजान कंपनियों के चेक पर हस्ताक्षर किए. तेजस्वी को बताना चाहिए कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? सुशील मोदी ने दावा किया कि लालू यादव का पूरा परिवार माफियाओं से लाभ लेता रहा है. बालू माफिया इनके फ्लैट खरीदते हैं तो शराब माफिया इन्हें लाखों का कर्ज देकर उस कर्ज को माफ कर देते हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अमित कत्याल ने तेजस्वी यादव को 30.26 लाख और तेजप्रताप यादव को 55.51 लाख रुपये कर्ज दिया. बाद में अपने मन से इस कर्ज को माफ कर दिया. आखिर अमित कत्याल ने तेजस्वी-तेजप्रताप के लाखों का कर्ज ऐसे ही क्यों माफ कर दिया? इसके पीछे क्या राज छुपा है? कोई भी किसी का लाखों का कर्ज ऐसे ही क्यों माफ कर देगा? इसी क्रम में कत्याल की कंपनी ट्राएंगल ट्रेडिंग ने तेजस्वी को साल 2010 में 9.50 लाख रुपये की गाड़ी दी.
सुशील मोदी ने बताया कि अमित कत्याल लालू यादव के दामाद शैलेश कुमार और बेटी मीसा भारती के साथ किंगडम होटल एंड रिसॉर्ट में साल 2006 से 2009 तक डायरेक्टर थे. कत्याल की कंपनी कृष रियलिटी निर्माण प्राइवेट लिमिडेट के बुक में मीसा भारती को दो लाख 70 हजार रुपये ब्रोकरेज चार्ज दिखाया गया है. यह केवल बुक एंट्री है. इसका कोई अन्य विवरण नहीं दिया गया है. यूं ही किसी कंपनी ने किसी को ब्रोकरेज क्यों दिया? उन्होंने कहा कि इसलिए आरजेडी और कांग्रेस नोटबंदी के खिलाफ है क्योंकि उनको कालेधन से लगाव है इसलिए वो काला दिवस मना रहे हैं.