
रेलवे के ग्रुप डी की भर्ती में 2 वर्ष घटाने के बाद भी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन बिहार में जारी है. इनकी मांग है कि आईटीआई की अनिवार्यता भी खत्म की जाए. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रेलमंत्री पीयूष गोयल से टेलीफोन पर बात कर रेलवे के ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक के साथ आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म करने का आग्रह किया, जिसपर उन्होंने सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है.
इसके पहले उपमुख्यमंत्री ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों की उम्र सीमा दो वर्ष बढ़ाने पर रेलमंत्री को धन्यवाद दिया. मोदी ने युवकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि रेलमंत्री जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेंगे.
रेलवे ने ग्रुप डी के 62,900 व ग्रुप सी के तहत असिस्टेंट लोको पायलट व अन्य तकनीकी पदों के 26,500 के लिए विज्ञापन निकाला है. ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक के साथ आईटीआई की योग्यता अनिवार्य की गई है जिसे लेकर युवकों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है.
तीन दिन पहले उपमुख्यमंत्री ने रेलमंत्री से उम्र सीमा बढ़ाने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया था, जिसके आलोक में रेलवे ने 18-31 वर्ष की उम्र सीमा को बढ़ा कर 18-33 वर्ष कर दिया. 2 वर्ष उम्र सीमा बढ़ाने से लाखों छात्रों को फार्म भरने का मौका मिला है. इसके साथ ही छात्र अलग-अलग जोन की जगह केन्द्रीयकृत तरीके से फार्म भर रहे हैं.
मोदी ने कहा कि ग्रुप सी के सहायक लोको पायलट और तकनीकी पदों के लिए तो मैट्रिक के साथ आईटीआई की अनिवार्यता उचित है मगर ग्रुप डी के पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए.