Advertisement

सुशील मोदी ने रेल मंत्री को मिलाया फोन, ग्रुप डी की परीक्षा पर हुई बात

इसके पहले उपमुख्यमंत्री ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों की उम्र सीमा दो वर्ष बढ़ाने पर रेलमंत्री को धन्यवाद दिया. मोदी ने युवकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि रेलमंत्री जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेंगे.

सुशील मोदी सुशील मोदी
रणविजय सिंह/सुजीत झा
  • पटना,
  • 21 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:09 PM IST

रेलवे के ग्रुप डी की भर्ती में 2 वर्ष घटाने के बाद भी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन बिहार में जारी है. इनकी मांग है कि आईटीआई की अनिवार्यता भी खत्म की जाए. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रेलमंत्री पीयूष गोयल से टेलीफोन पर बात कर रेलवे के ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक के साथ आईटीआई की अनिवार्यता को खत्म करने का आग्रह किया, जिसपर उन्होंने सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है.

Advertisement

इसके पहले उपमुख्यमंत्री ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों की उम्र सीमा दो वर्ष बढ़ाने पर रेलमंत्री को धन्यवाद दिया. मोदी ने युवकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि रेलमंत्री जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेंगे.

रेलवे ने ग्रुप डी के 62,900 व ग्रुप सी के तहत असिस्टेंट लोको पायलट व अन्य तकनीकी पदों के 26,500 के लिए विज्ञापन निकाला है. ग्रुप डी के पदों के लिए मैट्रिक के साथ आईटीआई की योग्यता अनिवार्य की गई है जिसे लेकर युवकों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है.

तीन दिन पहले उपमुख्यमंत्री ने रेलमंत्री से उम्र सीमा बढ़ाने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया था, जिसके आलोक में रेलवे ने 18-31 वर्ष की उम्र सीमा को बढ़ा कर 18-33 वर्ष कर दिया. 2 वर्ष उम्र सीमा बढ़ाने से लाखों छात्रों को फार्म भरने का मौका मिला है. इसके साथ ही छात्र अलग-अलग जोन की जगह केन्द्रीयकृत तरीके से फार्म भर रहे हैं.

Advertisement

मोदी ने कहा कि ग्रुप सी के सहायक लोको पायलट और तकनीकी पदों के लिए तो मैट्रिक के साथ आईटीआई की अनिवार्यता उचित है मगर ग्रुप डी के पदों के लिए आईटीआई की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement