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तेजस्वी बताएं कैसे 29 साल में 52 प्रॉपर्टी के मालिक बन गए: सुशील मोदी

सुशील मोदी ने पूछा कि तेजस्वी पटना में टाटा स्टील के करोड़ों के दो मंजिला मकान और दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 100 करोड़ से ज्यादा के दो मंजिला मकान के मालिक कैसे बन गए?

सुशील कुमार मोदी (फोटो-PTI) सुशील कुमार मोदी (फोटो-PTI)
रविकांत सिंह/रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 28 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 10:30 PM IST

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि तेजस्वी यादव पारिवारिक विवाद और सरकारी आवास खाली करने से बचने के लिए सीबीआई का मुद्दा उठाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बेबुनियाद और तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने पूछा कि तेजस्वी यादव बताएं कि जब उनके पास कोई पुश्तैनी संपत्ति नहीं थी, इंटर की पढ़ाई भी नहीं कर पाए, क्रिकेट में विफल रहे तो आखिर ऐसी क्या योग्यता थी जिसके बलबूते 29 साल की उम्र में 52 संपत्तियों के मालिक बन गए?

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सुशील मोदी ने पटना में बयान जारी कर सवाल उठाते हुए कहा कि 'तेजस्वी बताएं कि आखिर सदाचार की किस कमाई से वे 5 मकान, 47 भूखंड सहित कुल 52 संपत्ति के मालिक बन गए हैं? आखिर लालू परिवार के पास 141 भूखंड के अतिरिक्त 30 फ्लैट और आधे दर्जन मकान कैसे हैं? आखिर तेजस्वी के पास पटना में 3.5 एकड़ जमीन कैसे आ गई जिस पर 750 करोड़ का मॉल बन रहा था? पटना में टाटा स्टील के करोड़ों के दो मंजिला मकान और दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 100 करोड़ से ज्यादा के दो मंजिला मकान उनके नाम कैसे हो गए? तेजस्वी बताएं कि आखिर 12 वर्ष कीउम्र में रघुनाथ झा और कांति सिंह की ऐसी क्या सेवा की जिससे खुश होकर गोपालगंज और पटना में उन्होंने करोड़ों का दो मंजिला मकान गिफ्ट कर दिया?'

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सुशील मोदी ने जमीन के बदले मंत्री पद और सांसद व विधायक बनाने की चर्चा करते हुए सवाल किया कि आखिर कांति सिंह, रघुनाथ झा, ललन चौधरी, हृदयानंद चौधरी, प्रभुनाथ यादव, सुभाष चौधरी, चंद्रकांता चौधरी, मंगरू यादव जैसे एक दर्जन लोगों ने लालू परिवार को ही करोड़ों की जमीन, संपत्ति क्यों गिफ्ट कर दी? क्या यह सच नहीं है कि राजेश रंजन और मो. शमीम ने विधान पार्षद बनाने की एवज में पटना शहर में 4 प्लॉट तेजस्वी यादव के नाम कर दिए?

उन्होंने कहा कि तेजस्वी बिहार की जनता से अपने कृत्य के लिए माफी मांगें. शोर मचाने, हंगामा करने और सदन की कार्यवाही बाधित करने से उनकी सच्चाई छुप नहीं जाएगी.

धरने से उठीं राबड़ी देवी

बिहार विधान परिषद में बुधवार को जबरदस्त ड्रामा हुआ. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष की नेता राबड़ी देवी सदन के अंदर धरने पर बैठी थीं. उनके बेटे और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव परिषद के मुख्य द्वार पर अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठकर सरकार और खासकर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर रहे थे. विधान परिषद में लगभग एक घंटे तक माहौल काफी गरम रहा. अंत में सभापति को 5 आरजेडी एमएलसी का निलंबन वापस लेना पड़ा जिसके बाद धरना समाप्त हुआ. धरना समाप्त होने के बाद राबड़ी देवी नेकहा कि उनकी सारी मांगों को मान लिया गया है.

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विधानसभा में हंगामा सीबीआई को लेकर था. आरजेडी का आरोप है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सीबीआई के साथ मिलकर बेनामी संपति मामले में लालू परिवार पर केस करवाया और तेजस्वी यादव को भी लपेटे में ले लिया. आरजेडी इस पर चर्चा करना चाहती थी और इसीको लेकर यह पूरा हंगामा हुआ. भोजनावकाश के बाद हंगामा इतना बढ़ गया कि सभापति हारून रशीद को आरजेडी के 5 एमएलसी को पूरे सत्र के लिए निलंबित करना पड़ा.

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