
पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार में जनादेश अपमान यात्रा की शुरुआत की है. इसके तहत वो जनता को बता रहे हैं कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन को मिले जनादेश का अपमान करते हुए बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली. तेजस्वी की इस यात्रा पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कटाक्ष किया है.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने 2015 में महागठबंधन को जनादेश भ्रष्टाचार के खात्मे, विकास और सुशासन के लिए दिया था. उन्होंने कहा कि जनादेश भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर मिला था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर बढ़िया काम किया. मोदी ने कहा कि बिहार की जनता नीतीश के इस निर्णय से खुश है.
सुशील मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुए जेपी आंदोलन से अपनी राजनीति का आगाज करने वाले शरद यादव आज लालू परिवार के भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे हैं. मोदी ने शरद यादव से सवाल पूछा कि आखिर जब उन पर हवाला कांड का आरोप लगा था तो उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा क्यों दे दिया था? क्या बिहार की जनता ने एक परिवार की अकूत बेनामी सम्पति और भ्रष्टाचार के संरक्षण के लिए अपना मत दिया था?
सुशील मोदी ने कहा कि जनादेश अपमान यात्रा पर निकले तेजस्वी यादव से शरद यादव को पूछना चाहिए कि 26 साल की उम्र में 26 बेनामी सम्पति के मालिक कैसे बन गए? तेजस्वी यादव में अगर हिम्मत है तो गांधी की मूर्ति के सामने बैठ कर इस बात के लिए प्रायश्चित करें कि उनके पिता ने उन्हें अपने भ्रष्टाचार के दलदल में किस तरह से फंसा दिया है.
सुशील मोदी ने कहा कि जनादेश का अपमान तो भ्रष्टाचार का समर्थन-संरक्षण कर राजद और कांग्रेस कर रही है. बता दें कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप को आधार मानते हुए नीतीश कुमार ने आरजेडी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ दिया था. इसके बाद उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई है.