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चीन से बॉर्डर पर तनाव, चर्चा के लिए सुषमा स्वराज ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

बैठक के बारे में लोकसभा और राज्यसभा में सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दे दी गई है. बैठक में हाल ही में बॉर्डर पर हो रहे चीन के साथ विवाद के मुद्दे पर सभी जानकारियां दी जाएगी.

चीन के मुद्दे पर सुषमा ने बुलाई सर्वदलीय बैठक चीन के मुद्दे पर सुषमा ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 13 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 11:09 AM IST

हाल ही में चीन बॉर्डर पर लगातार बढ़ते घटनाक्रम के मद्देनजर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. सुषमा ने यह बैठक 14 जुलाई को शाम 5 बजे गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर बुलाई है. इस बैठक में सभी पार्टियों के अलावा कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. बैठक के बारे में लोकसभा और राज्यसभा में सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दे दी गई है. बैठक में हाल ही में बॉर्डर पर हो रहे चीन के साथ विवाद के मुद्दे पर सभी जानकारियां दी जाएगी.

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हाल ही में बिगड़े हैं रिश्ते

गौरतलब है कि डोकलाम के मुद्दे पर भारत और चीन के बीच तनातनी का माहौल है. इस दौरान चीन की तरफ से लगातार उकसावे वाले बयान आ रहे हैं. इससे पहले चीन के एक सरकारी अखबार के संपादकीय में सीधे-सीधे धमकी देते हुए लिखा गया था कि इससे पहले कि हालात और बिगड़ जाएं और भारत को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ें वो डोकलाम से अपने सैनिक हटा ले. अखबार लिखता है कि बीजिंग अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता के मामले में किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा.

वहीं चीनी सरकार के मुख्यपत्र माने जाने पीपुल्स डेली ने भी मंगलवार को अपने संपादकीय पन्ने पर 22 सितंबर 1962 में छपे एक भड़काऊ संपादकीय को दोबारा प्रकाशित किया है. इस लेख में उसने 'क्षेत्रीय उकसावे' को लेकर भारत को चेतावनी दी है. भारत, चीन और भूटान सीमा पर स्थित डोकलाम पर चीन अपना दावा कर रहा है, वहीं भारत और भूटान का कहना है कि ये हिस्सा भूटान का है और विवादित है.

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कश्मीर में भी दखल दे रहा चीन

चीनी विदेश मंत्रालय ने कश्मीर मुद्दे को अपना मोहरा बनाते हुए कहा कि वहां के हालात ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान दक्षिण एशिया के अहम देश हैं. कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास टकराव जारी है. इससे ना दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता को नुकसान है.'

 

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