
ओलंपिक खेलों में भारत की ओर से एकमात्र स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने अपने कोच का पासपोर्ट चोरी हो जाने का कारण जर्मनी में फंस गए थे लेकिन सुषमा स्वराज के नेतृत्व वाले विदेश मंत्रालय के तुरंत हस्तक्षेप से स्टार निशानेबाज की परेशानी का समाधान हो गया.
बिंद्रा को अपने कोच के साथ रियो ओलंपिक के टेस्ट टूर्नामेंट आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में भाग लेने जा रहे थे. लेकिन इससे पहले उनके कोच का पासपोर्ट चोरी हो गया. यह प्रतियोगिता शूटर्स के लिए काफी अहम है क्योंकि इसी रेंज पर ओलंपिक की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी.
बिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘मैं सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हस्तक्षेप कर सारी चीजें तुरंत ठीक करवा दीं.’ ओलंपिक में भाग ले रहे भारत के लगभग सभी निशानेबाज
(पिस्टल, राइफल, शॉटगन) इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे हैं. स्टार निशानेबाजों में गगन नारंग, जीतू राय, हिना सिद्धू और मानवजीत सिंह संधू हैं.
बिंद्रा ने सबसे पहले मदद की गुहार लगाते हुए ट्वीट किया, ‘सुषमा स्वराज जी मैं फंस गया हूं, ब्राजील वीजा और नए यात्रा दस्तावेज हासिल करने के लिए आपकी मदद की जरूरत है ताकि मैं इस
टूर्नामेंट में भाग ले सकूं.’ स्वराज ने फिर जर्मनी में भारतीय दूतावास को इस मामले को देखने को कहा. भारत के जर्मनी में राजदूत गुरजीत सिंह ने इस मामले का तुरंत निपटारा कर दिया.
33 वर्षीय बिंद्रा ने स्वराज का शुक्रिया किया तो केंद्रीय मंत्री ने हल्के अंदाज में उनसे ट्वीट के जरिए कहा कि ‘हम आपसे ओलंपिक स्वर्ण पदक की मांग करते हैं’. इस ट्वीट को केंद्रीय मंत्री ने अपने
ट्विटर हैंडल पर पिन ऑन टॉप भी कर रखा है.