
बुधवार को देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम रही. इस मौके पर तमाम देशों के राजनयिकों ने भी योग का आनंद उठाया. विदेश मंत्रालय और आयुष मंत्रालय की तरफ से दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक खास आयोजन किया गया था, जिसमें देश और विदेश के 100 से ज्यादा राजनयिकों ने हिस्सा लिया.
विदेश मंत्रालय की तरफ से दिल्ली के तमाम दूतावास के राजनयिकों को खासतौर पर योग दिवस में शामिल होने के लिए बुलाया गया था और योग को लेकर इन राजनयिकों में खासा उत्साह दिखा. इस मौके पर मौजूद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि योग सिर्फ भारत का नहीं बल्कि दुनिया की धरोहर है.
उन्होंने कहा कि योग से शरीर न सिर्फ स्वस्थ होता है बल्कि आत्मिक शांति को पाने के लिए भी योग बेहतरीन तरीका है. सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मंजूरी दी और 3 साल के भीतर ही जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में अपनी पहचान बना ली है वह अद्भुत है.
प्रवासी भारतीय केंद्र में तमाम देशों के राजनयिक जिस तरह योग के आसनों को करते हुए दिखे और अनुलोम-विलोम से लेकर कपालभाति तक की क्रिया दोहराई, यह देखना वाकई दिलचस्प था. विश्व शांति के लिए योग के बाद खासतौर पर संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण भी किया गया.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री लखनऊ में थे, तो दिल्ली के कनॉट प्लेस में तमाम मंत्रियों समेत एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने योग शिविर में हिस्सा लिया.