
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को बहरीन के शाह हमाद बिन ईसा अल खलीफा से मुलाकात की. दोनों देशों के बीच अभी तक लंबित दस्तावेजों पर चर्चा करने को लेकर सहमति बनी. स्वराज भारत-अरब लीग सहयोग मंच की रविवार से शुरू होने वाली पहली मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए बहरीन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं.
कैदी हस्तांतरण पर बनी बात
भारत और बहरीन ने शुक्रवार को सजा पाने वाले लोगों के हस्तांतरण को लेकर एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल खलीफा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. स्वराज और खालिद के बीच तकरीबन 25 मिनट तक बैठक चली. उसके बाद दोनों नेताओं ने सजा पाने वाले कैदियों के हस्तांतरण से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किए. समझौते के मुताबिक अगर एक बार व्यक्ति को दूसरे देश में सजा सुना दी गई तो वह अपने मूल देश में सजा काट सकता है.
बहरीन में छोटा भारत पहुंची सुषमा
बैठक के बाद सुषमा स्वराज ने अपने बहरीनी समकक्ष खालिद के साथ छोटा भारत कहे जाने वाले क्षेत्र का दौरा किया. छोटे भारत में भारी संख्या में भीड़ जुटी. स्वराज एक जुलूस में श्रीनाथ मंदिर गईं. इस दौरान खालिद भी उनके साथ थे. सुषमा काफी उत्साह और पंजाबी ड्रम की बीट के बीच मंदिर पहुंची.
पहली बार अंतरराष्ट्रीय एयर शो में दिखा तेजस
सुषमा की यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि इस दौरान पहली बार भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने अंतरराष्ट्रीय एयर शो में हिस्सा लिया. अंतरराष्ट्रीय एयर शो का आयोजन बहरीन की राजधानी मनामा में किया गया. इसमें सुषमा स्वराज ने भी शिरकत की. तेजस एक सीट वाला एक जेट इंजन वाला विमान है जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है. इसका निर्माण पिछले तीन दशक से हो रहा है.
वायुसेना में हो चुका है शामिल तेजस
तेजस विमान को 17 जनवरी 2015 को पहली बार आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. वायुसेना 120 तेजस विमानों को अपने बेड़े में शामिल करने की इच्छुक है. इनमें से 100 विमानों में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. यह बेहतर रडार, नया इलेक्ट्रानिक वारफेयर सूट, ईंधन भरने की क्षमता और उन्नत मिसाइल से लैस होंगे.